Lashkar Terrorist Killed: अल्पसंख्यक समुदाय और गैर-स्थानीय लोगों की लक्षित हत्याओं में तेजी के बाद सुरक्षाबलों ने कश्मीर घाटी में उग्रवाद पर बड़े पैमाने पर सेंध लगाई है. नए आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान जहां सभी समूहों के आतंकवादियों को निशाना बनाया गया है. वहीं सुरक्षाबलों के हमले में लश्कर-ए-तैयबा को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. पुलिस महानिरीक्षक कश्मीर जोन विजय कुमार ने गुरुवार को कहा कि इस साल अब तक घाटी में 62 आतंकवादी मारे गए हैं और उनमें से ज्यादातर लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) संगठन से जुड़े थे.


सबसे ज्यादा लश्कर के आतंकी मारे गए


मारे गए 62 आतंकवादियों में से 47 स्थानीय आतंकवादी और 15 विदेशी आतंकवादी थे. IGP ने एक ट्वीट में कहा, मारे गए अधिकांश आतंकवादी लश्कर के हैं. मृत आतंकवादियों की संख्या विदेशी आतंकवादियों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह जम्मू-कश्मीर में कुल सक्रिय उग्रवादियों का लगभग 20 प्रतिशत है जिसे महीने की शुरुआत में 79 पर रखा गया था. विवरण साझा करते हुए आईजीपी कश्मीर ने कहा कि मारे गए 62 आतंकवादियों में से 39 लश्कर-ए-तैयबा के थे, उसके बाद जसीह-ए-मोहम्मद के 15, हिज्ब-उल-मुजाहिदीन के 6 और अल बद्र मुजाहिदीन के 2 आतंकवादी थे.


उल्लेखनीय है कि अल-बद्र के दो आतंकवादी एजाज हाफिज और शाहिद अयूब आज पुलवामा में रात भर हुई मुठभेड़ में मारे गए.


कश्मीर में विदेशी आतंकियों की संख्या बढ़ी


कश्मीर में विदेशी आतंकवादियों की संख्या 2022 के पहले तीन महीनों (जनवरी-मार्च) में बढ़ी है क्योंकि स्थानीय आतंकवादियों की संख्या में काफी गिरावट आई है, सेना द्वारा संकलित एक आधिकारिक डेटा सोमवार को सामने आया. अप्रैल 2022 की शुरुआत में जम्मू और कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों के आंकड़े जारी किए गए थे और कुल संख्या 172 रखी थी, जिसमें 79 विदेशी और 93 स्थानीय आतंकवादी हैं. आंकड़ों से यह भी पता चला है कि पीर पंजाल के उत्तर में 156 और पीर पंजाल के दक्षिण में 16 आतंकवादी सक्रिय हैं.


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