Language Row: कर्नाटक और महाराष्ट्र में भाषा को लेकर चल रहा विवाद बढ़ता ही जा रहा है. कर्नाटक राज्य परिवहन के बस कंडक्टर पर भाषा को लेकर किए गए हमले के दो दिनों बाद दोनों ही राज्यों ने स्थिति में सुधार होने तक सरकारी बस सेवाओं को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है.  

महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने घोषणा की है कि ड्राइवरों और कंडक्टरों की सुरक्षा को देखते हुए, कर्नाटक जाने वाली सभी एमएसआरटीसी बसें अनिश्चितकाल के लिए बंद रहेंगी. सरनाईक ने कहा, “कर्नाटक की कांग्रेस सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि एमएसआरटीसी कार्यकर्ताओं पर यह हमले क्यों किए गए और इन मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए.” वही एमएसआरटीसी के महाप्रबंधक नितिन मैंद ने कहा कि इस समय यह कहना मुश्किल है कि परिचालन कब से शुरू किया जाएगा क्योंकि दोनों पक्षों में आक्रामकता बहुत ज्यादा है.

क्या बोले प्रह्लाद जोशी?

भाषाई विवाद को लेकर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, "किसी तरह से सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना सही बात नहीं है."

21 फरवरी को मराठी भाषी लोगों ने कन्नड़ बस ड्राइवर को पीटा था

बेलगावी जिले के बालेनकुंडरी गांव में शुक्रवार (21 फरवरी, 2025) को मराठी भाषी लोगों के एक ग्रुप ने 51 वर्षीय केएसआरटीसी बस कंडक्टर महादेव हुक्केरी की पिटाई कर दी, क्योंकि उसने टिकट खरीदने के लिए कन्नड़ में बात करने को कहा था. बस कंडक्टर पर पॉक्सो की मामला दर्ज किया गया है क्योंकि टिकट विवाद में एक नाबालिग लड़की भी शामिल थी. मारपीट कॉलेज के लड़कों की ओर से की गई थी. हालांकि, पुलिस की ओर से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. तीनों में एक नाबालिग लड़की भी है, जिसे को भी हिरासत में लिया गया है.

ड्राइवरों और बसों को किया जा रहा टारगेट

इस घटना के बाद कन्नड़ संगठन के कुछ लोगों ने शनिवार (22 फरवरी, 2025) को चित्रदुर्ग में महाराष्ट्र के एक बस चालक के चेहरे पर कालिख पोत दी. इसकी जवाबी कार्रवाई में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने भी शनिवार को पुणे में कर्नाटक की एक बस पर काली स्याही पोत दी. इसके अलावा कोल्हापुर में कर्नाटक की एक अन्य बस पर भी केसरी रंग का झंडा लगा दिया. 

‘हालात काबू में लाने के लिए लगेगा समय’

दोनों राज्यों में हो रही घटनाओं को लेकर परिवहन निकाय के एस अन्य अधिकारी ने कहा कि इस समय स्थिति काफी गर्म है और कई आंदोलन हुए हैं. इसलिए पहले उनकी ओर से स्थिति के नियंत्रण में आने का इंतजार किया जा रहा है, उसके बाद ही परिचालन फिर से शुरू किया जाएगा. हालात को नियंत्रण में लाने के लिए कुछ दिन लग सकते हैं. वर्तमान में कर्नाटक की ओर से  कोगनोली चेकपॉइंट तक बस चलाई जा रही हैं तो वहीं महाराष्ट्र की ओर से सिर्फ कागल तालुका तक ही बस सेवाएं शुरू हैं. वर्तमान में कर्नाटक की ओर से  कोगनोली चेकपॉइंट तक बस चलाई जा रही हैं तो वहीं महाराष्ट्र की ओर से सिर्फ कागल तालुका तक ही बस सेवाएं शुरू हैं. 

एमएसआरटीसी मुख्य रूप से कर्नाटक के लिए एसी और नॉन एसी बसें चलाती है, जिसका किराया 1400 रुपए होता है. वहीं केएसआरटीसी भी एसी और नॉन एसी बसें महाराष्ट्र में चलती है, लेकिन अब सुरक्षा को देखते हुए दोनों ही राज्य के पुलिस की ओर से बॉर्डर पर ही बसों को रोक दिया जा रहा है. 

10 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, एमएसआरटीसी के डिवीजनल कंट्रोलर संतोष भोगरे ने कहा कि हर दिन कोल्हापुर से कर्नाटक के अलग-अलग शहरों के लिए बसें 600 चक्कर लगाती है, जो कि 10 हजार से ज्यादा यात्रियों को ले जाते हैं. वहीं पुणे से बेलगावी के लिए बस बुक करने वाले केशव पांडे का कहना है कि उन्हें अपनी बस कैंसिल करनी पड़ी. उनका कहना है कि भले ही प्राइवेट बसें चल रही हो, लेकिन वह रिस्क नहीं लेना चाहते. उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा इंपॉर्टेंट थी, लेकिन उन्होंने इसे अगले हफ्ते के लिए टाल दिया है.

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