Lakshmana Chandra Victoria Gowri: एडवोकेट लक्ष्मणा चंद्रा विक्टोरिया गौरी (Lakshmana Chandra Victoria Gowri) आज (7 फरवरी) सुबह मद्रास हाईकोर्ट (Madras High Court) के जज के रूप में शपथ लेंगी. गौरी की नियुक्ति को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में चुनौती दी गई है. मद्रास हाई कोर्ट के 21 वकीलों ने ही उन्हें जज बनाए जाने को लेकर विरोध दर्ज कराया था. आज सुप्रीम कोर्ट भी उनकी नियुक्ति के खिलाफ याचिका पर सुनवाई करेगा. 


जज के रूप में गौरी की पदोन्नति का मद्रास हाईकोर्ट के 21 वकीलों के एक समूह ने विरोध किया था. इन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को पत्र लिखकर सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम (Supreme Court Collegium) की तरफ से सौंपी गई फाइल को वापस करने की मांग की थी. उन्होंने कॉलेजियम की इस सिफारिश को परेशान करने वाला और न्यायपालिका की स्वतंत्रता के खिलाफ बताया था.


क्यों हो रहा है विरोध 


वकीलों ने गौरी को पदोन्नत करने की कॉलेजियम की सिफारिश पर चिंता जताई है. उनका कहना है कि वो बीजेपी की महिला मोर्चा की महासचिव हैं. पत्र में कहा गया, '...हमें डर है कि इस तरह की नियुक्तियां न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कमजोर कर सकती हैं. यह बेहद महत्वपूर्ण है कि इस समय संस्थान को अपनी प्रशासनिक कार्रवाई से कमजोर होने से बचाया जाए.' मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लक्ष्मण चंद्र विक्टोरिया गौरी धार्मिक अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमानों और ईसाइयों के लिए कई बार आलोचना कर चुकी हैं. उनके बयान उनकी गहरी धार्मिक कट्टरता को दर्शाते हैं.


विक्टोरिया गौरी की सफाई


विक्टोरिया गौरी का कहना है कि उन्होंने बीजेपी के सभी पदों से जून 2020 में ही इस्तीफा दे दिया था. वर्तमान में वह किसी भी तरह से राजनीति से नहीं जुड़ी हैं. वह बस अभी वकालत पर ध्यान दे रही हैं. कई विपक्षी नेताओं ने भी इस सिफारिश की निंदा की और कॉलेजियम के फैसले पर सवाल उठाया है. हालांकि, इस सबके बाद भी आज विक्टोरिया गौरी सुबह 10.35 बजे जज के रूप में शपथ लेने जा रही हैं. 


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