कोलकाता: अभिनेत्री और तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां ने आज तमाम आलोचनाओं के बीच पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में जगन्नाथ मंदिर में मंगल आरती की. इस दौरान नुसरत के साथ राज्य की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी भी मौजूद रहीं. नुसरत जहां मंदिर में पीले और लाल रंग की साड़ी और मांग में सिंदूर लगाकर पहुंची थीं. बसीरहाट से सांसद नुसरत 25 जून को पहली बार संसद में सिंदूर, हाथों में चूड़ियां और साड़ी में पहनकर संसद पहुंचीं थी. तभी से वह चर्चा में हैं.
नुसरत जहां इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) की तरफ से न्योता मिलने के बाद आज कोलकाता में आयोजित रथ यात्रा में शामिल हुईं. नुसरत ने हाल ही में कोलकाता के एक उद्योगपति से शादी की थी, जिसके बाद संसद में शपथ के दौरान मंगलसूत्र पहने और सिंदूर लगाए पहुंचने पर वह सुर्खियों में आ गई थीं.
पूजा करने के बाद नुसरत जहां ने कहा, ''मैं जन्म से मुसलमान थी और अब भी मुसलमान हूं. ये आस्था का मुद्दा है. इसे धर्म से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.''
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’मैं धर्मनिरपेक्ष थी, हूं और रहूंगी- नुसरत जहां
इस्कॉन से न्योता मिलने के बाद नुसरत जहां ने कहा था, ‘’मैं धर्मनिरपेक्ष थी, हूं और रहूंगी. सभी धर्मों को सम्मान देने की मेरी सोच नहीं बदल सकती.’’ इससे पहले मुस्लिम कट्टरपंथियों की तरफ से सिंदूर और साड़ी पहनने को लेकर उनकी आलोचना किए जाने पर उन्होंने कहा था, ‘’किसी को इस पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए कि वह क्या पहनती हैं क्योंकि ‘‘धर्म कपड़ों से परे होता है.’’
मौलवियों ने नुसरत के खिलाफ जारी किया था फतवा
बता दें कि उत्तर प्रदेश में देवबंद के मौलवियों के एक धड़े ने नुसरत जहां के खिलाफ कथित तौर पर ‘फतवा’ भी जारी किया था. मौलवियों ने दावा किया था कि नुसरत ने जैन धर्म में शादी कर इस्लाम का अपमान किया और उनके वस्त्र को ‘‘गैर इस्लामिक’’ बताया. 29 साल की नुसरत जहां ने जून में तुर्की में व्यवसायी निखिल जैन से शादी की थी.
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