नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर कई तरह फोटो, मैसेज और वीडियो वायरल होते हैं. इन फोटो, मैसेज और वीडियो में तरह तरह के चौंकाने वाले दावे भी किए जाते हैं. ऐसा ही दावा एक मैसेज के जरिए सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह मैसेज नोटबंदी से जुड़ा है.
सरकार ने पांच सौ और एक हजार के पुराने नोटों को बदलवाने के लिए 31 दिसंबर तक का वक्त दिया था. लेकिन वायरल हो रहा मैसेज कुछ और ही कहानी कह रहा है.
इस मैसेज में किए गए दावे के मुताबिक 500 और एक हजार के के बंद किए गए नोटों को वापस करने का एक आखिरी मौका अभी बाकी है. क्या 500-1000 के नोट बदलने का कोई मौका अभी बाकी है?
क्या लिखा है वायरल मैसेज में ? सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज में लिखा है, ''एक जरूरी सूचना, RBI ने 29 से 31 मार्च तक किसी भी बैंक में पुराने नोट जमा कराने का आदेश दिया है. अपने दोस्तों और परिवार को इस बारे में जानकारी दें. सिर्फ तीन के लिए. ये आखिरी मौका है.''
अब जिनके पास पुराने नोट रह गए या जो किसी वजह से नहीं जमा करा पाए वो ये मैसेज पढ़ने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक में फोन करके पूछ रहे हैं कि क्या वाकई पुराने नोट जमा करने की ऐसी कोई तारीख तय की गई है?
एबीपी न्यूज ने वायरल मैसेज की पड़ताल की
पड़ताल में पता चला कि ठीक ऐसा ही एक मैसेज फरवरी महीने में भी वायरल हुआ था. जिसमें नोट बदलने की तारीख 31 फरवरी बताई थी लेकिन फरवरी का महीना 28 दिन का होता है इसलिए तब इस मैसेज को मजाक के तौर पर लिया गया. अब दोबारा ये मैसेज सोशल मीडिया पर घूम रहा है वो भी नई तारीख के साथ.
क्या कहता है आरबीआई का आदेश? ऐसे मैसेज को पढ़कर लोग परेशान ना हों इसलिए एबीपी न्यूज आपको बताना चाहता है कि RBI ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है. RBI के निर्देश के मुताबिक भारत से बाहर रह रहे लोग यानि NRI 31 मार्च तक 500 और 1000 के पुराने नोट बदलवा सकते हैं. भारत में रह रहे लोगों के लिए नोट जमा कराने की आखिरी तारीख 31 दिसंबर को ही खत्म हो गई है.
पुराने नोट जमा करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से मांगा जवाब 500 और 1000 के पुराने नोट जमा कराने की आखिरी तारीख को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी करते हुए पूछा है भारत से बाहर रह रहे लोगों के अलावा दूसरे वर्ग के लोगों को 31 मार्च तक इजाजत देने पर क्यों विचार नहीं किया गया.
सरकार को 2 हफ्ते के भीतर जवाब देना है. 2 हफ्ते बाद क्या जवाब दिया जाएगा और कोर्ट पर उस पर क्या कहेगा ये बाद की बात है लेकिन फिलहाल पुराने नोट जमा कराने की आम लोगों के लिए कोई आखिरी मौका नहीं है.
एबीपी न्यूज की पड़ताल में वायरल मैसेज झूठा साबित हुआ है.