नई दिल्ली: चुनाव के दौर में सोशल मीडिया का इस्तेमाल सही और गलत दोनों तरीके से हो रहा है. नेता और पार्टी अपने प्रचार के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसे में कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल जिनका सच जानना आपके लिए बेहद जरूरी है.
कमल के निशान वाले गुटखा पाउच की तस्वीर वायरल उत्तर प्रदेश में भी ऐसी ही एक तस्वीर वायरल है. इस तस्वीर के जरिए दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में वोट बटोरने के लिए बीजेपी गुटखा बांटने में जुटी है. वो भी कमल के निशान वाला गुटखा. खास बात ये है कि गुटखे के पाउच पर भगवा और हरा रंग है. कमल का निशान है और हिंदी में लिखा है बीजेपी को वोट दें.
एबीपी न्यूज़ ने इस खबर का सच जानने के लिए इसकी पड़ताल की. एबीपी न्यूज़ ने यूपी के अलग-अलग हिस्सों में जाकर इस बात की तहकीकात की क्या यूपी के शहरों में बीजेपी छाप गुटखा बिक रहा है या फिर बांटा जा रहा है?
गुटखा क्या है? गुटखा मतलब वो पान मसाला होता है जिसमें पहले से तंबाकू मिली होती है और ये बेहद खतरनाक माना जाता है. आंकड़े बताते हैं कि सवा अरब की आबादी वाले देश में करीब एक चौथाई लोग यानि साढ़े 27 करोड़ लोग गुटखा पान मसाला, तंबाकू और सिगरेट पीते हैं. इसमें पुरुष महिलाएं और 13 साल की उम्र के बच्चे भी शामिल हैं.
यूपी में गुटखे की अहमियत साल 2011-12 में उत्तर प्रदेश में गुटखे की बिक्री पर सरकार को 300 करोड़ का रेवेन्यू मिला था. जबकि लखनऊ जोन में बनने वाले गुटखा से 318 करोड़ की सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी दी गई थी. अकेले लखनऊ जोन में एक लाख ऐसे हैं जो गुटखा बनाने और गुटखा बेचकर अपनी रोजी-रोटी कमाते हैं.
यूपी में गुटखे पर बैन है यूपी में गुटखे पर बैन लगा है लेकिन सादा सादा पान मसाला बिकता है और तंबाकू खाने वाले सादे गुटखे में तंबाकू मिलाकर खाते हैं. साल 2012 में टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश में करीब ढाई लाख लोग यूपी में कैंसर से पीड़ित हैं जिसमें 75 हजार लोगों को ओरल या फिर मुंह के कैंसर के मरीज हैं और इसके पीछे वजह गुटखा और तंबाकू का सेवन है.
एबीपी न्यूज़ की पड़ताल सबसे पहले एबीपी न्यूज़ ने अमेठी में पड़ताल की. हमने यहां लोगों को वायरल तस्वीर दिखाकर पूछ रहे हैं कि क्या उन्होंने ऐसे किसी गुटखे के बारे में कुछ सुना या देखा है. पड़ताल में हमें अमेठी की गलियों में तो ऐसा कोई गुटखा नहीं मिला. हमने इलाहबाद और कानपुर में भी इस गुटखे की पड़ताल की. हमें कहीं भी ऐसा कोई आदमी नहीं मिला जिसने ऐसे किसी गुटखे के बारे में सुना हो या देखा हो.
वायरल फोटो पर बीजेपी ने क्या कहा? एबीपी न्यूज को ना तो किसी शहर में ऐसा कोई गुटखा मिला और ना ही इसकी चर्चा सुनने वाला कोई शख्स मिला. वायरल हो चुकी इस खबर को अंजाम तक पहुंचाने के लिए हमने बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ दिनेश शर्मा से संपर्क किया और उनसे तस्वीर के पीछे का सच पूछा. बीजेपी ने वायरल तस्वीर को पूरी तरह खारिज किया है.
क्या निकला पड़ताल का नतीजा पड़ताल में सामने आया है कि सोशल मीडिया पर बीजेपी के नाम से जो पाउच मौजूद है उसका बीजेपी से कोई लेना-देना नहीं है. बड़ी बात ये है कि इकलौती तस्वीर हर जगह चक्कर काट रही है कहीं कोई दूसरा सबूत नहीं है. किसी ने छेड़छाड़ करके इसे बीजेपी के गुटखा कैंपेन के नाम पर पेश किया और कई नामी वेबसाइट्स ने इसे जस का तस पेश भी किया जिसकी वजह से लोग इसे सच मान बैठे. एबीपी न्यूज की पड़ताल में बीजेपी के गुटखे वाली तस्वीर झूठी साबित हुई है.