बिहार चुनाव में जीत का परचम फहराने वाली NDA यानी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन इस बार भी सरकार गठन करने जा रही है. विधायक दल के नेताओं ने नीतीश कुमार को अपना नेता चुन लिया है, लेकिन इस बार भी पिछली सरकार की तरह भारतीय जनता पार्टी के सम्राट चौधरी उपमुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. ऐसे में हम आपको उनकी संपत्ति से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं.
सम्राट के बारे में जानकारी? जानकारी मुताबिक, सम्राट चौधरी का जन्म 16 नवंबर 1968 को हुआ था. उन्हें मान्यता प्राप्त डॉक्टर की उपाधि से नवाजा गया है. वह मुंगेर जिले के लखनपुर के रहने वाले हैं. फिलहाल पटना में रहते हैं. उन्होंने तारापुर विधानसभा सीट से ही चुनाव जीता है. इससे पहले भी वह बिहार के डिप्टी सीएम थे. अब बीजेपी ने दूसरी बार भी उन्हें डिप्टी सीएम बनाने की घोषणा की है.
सम्राट चौधरी के पास कितनी संपत्ति? अगर सम्राट चौधरी की संपत्ति पर नजर डालें तो उनकी चल संपत्ति 99.32 लाख रुपये है. उनकी अचल संपत्ति 8.28 करोड़ रुपए है. यह जानकारी उन्होंने चुनावी हलफनामे में दी है. सम्राट की पत्नी के पास 27.89 लाख रुपए की चल संपत्ति है. इसके अलावा 1.08 करोड़ की अचल संपत्ति भी उनके नाम है. अगर ज्वैलरी की बात की जाए, तो दोनों के पास करीब 40 लाख का 200 ग्राम सोना है. साथ ही 75 हजार की 500 ग्राम चांदी है. यानि सभी को जोड़ दिया जाए तो कुल संपत्ति 11 करोड़ रुपए है. इसके अलावा उनके पास संपत्ति में कुछ पैतृक जमीनें, एक कार, एक राइफल और एक रिवॉल्वर भी है.
राजनीतिक करियर कैसा रहा?कभी आरजेडी, तो कभी जदयू में रहे चौधरी, ने साल 1990 में राजनीति में अपनी शुरुआत की थी. सबसे पहले वह आरजेडी का हिस्सा थे. 1999 में वे राबड़ी देवी सरकार में कृषि मंत्री बने. इसके बाद 1999 में उन्हें पद से हटा दिया गया. इसकी वजह उनकी उम्र थी. तब वह 25 साल से कम उम्र के थे. इसके बाद साल 2000 और 2010 में परबत्ता सीट से चुनाव जीते. 2014 में वे जनता दल यूनाइटेड में शामिल हुए. इस दौरान वह जीतन राम मांझी सरकार में शहरी विकास एवं आवास मंत्री भी रहे. हालांकि, 2017 में उन्होंने बीजेपी का साथ पकड़ लिया. वह बिहार के उपाध्यक्ष और अध्यक्ष दोनों बने. इसके अलावा 2020 में विधान परिषद के सदस्य चुने गए. 2021-2022 में उन्होंने पंचायती राज्यमंत्री का पद संभाला. इसके अलावा 2022 से 2023 में बिहार विधान परिषद के विपक्ष नेता भी रहे. इसके बाद साल 2023 में उन्हें बीजेपी ने अपना प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया. साल 2024 में उन्हें बीजेपी ने अपने विधायक दल का नेता चुन उपमुख्यमंत्री बनाया.
राजनीतिक परिवार से रखते हैं ताल्लुकसम्राट चौधरी एक राजनीतिक परिवार से आते हैं. उनके पिता शकुनी चौधरी एक भारतीय राजनेता है. वह सात बार विधायक और सांसद रह चुके हैं. वो समता पार्टी के संस्थापक है. वह बिहार विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके हैं. वह राष्ट्रीय जनता दल के सदस्य रह चुके हैं. उन्होंने विवादों के कारण पार्टी छोड़ दी थी. वहीं, अगर उनके निजी जीवन की बात करें, तो वह कोइरी जाति से आते हैं. सम्राट की माता पार्वती देवी 1995 में तारापुर से विधायक थीं. उनकी पत्नी वकील हैं.