नई दिल्ली: 2008 में हुए मुंबई हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद को पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिया गया है. इसे भारत की एक बड़ी कूटनीतिक जीत माना जा रहा है. हाफिज सईद आतंकवादी संगठन 'जमात-उद-दावा' का प्रमुख है, ये संगठन पूरी दुनिया में अपनी आतंकी गतिविधियों के लिए बदनाम है. हाफिज सईद लगातार कई मौकों पर भारत के खिलाफ जहर उगलता रहा है. दिसंबर 2008 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी इस पर बैन लगा दिया था.
हाफिज सईद का जन्म 10 मार्च 1950 को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सरगोधा में हुआ था, ये आतंकी संगठन 'लश्कर-ए-तैयबा' का संस्थापक है. इसका मकसद भारत और पाकिस्तान में चरमपंथी इस्लामी शासन की स्थापना करना है. इसने 'अल्लाह-हू-अकबर तहरीक' नाम की एक पार्टी बनाकर पाकिस्तान का आम चुनाव भी लड़ा था, लेकिन इसमें इसे मुंह की खानी पड़ी थी.
हाफिज सईद खुलकर कभी भारत के सामने नहीं लड़ पाया है, इसलिए वो जगह-जगह सभा करके भारत को गीदड़भभकी देता रहता है. हाफिज 2001 में भारतीय संसद पर हुए हमले, 2006 मुंबई लोकल में हुए सिलसिलेवार धमाके और 2008 में मुंबई पर हुए हमले का मास्टरमाइंड है. इसके आतंकी संगठन 'जमात-उद-दावा' और 'लश्कर-ए-तैयबा' को संयुक्त राष्ट्र ने 2008 में प्रतिबंधित कर दिया था. 2009 में इंटरपोल ने इसके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस भी जारी किया था.
अमेरिका ने इसके ऊपर 1 करोड़ डॉलर का इनाम रखा हुआ है. लेकिन पाक सरकार के संरक्षण में ये भारत से खिलाफ षड़यंत्र रचता रहता है. पाक सरकार ने इसका नाम एग्जिट कंट्रोल लिस्ट में डाला हुआ है, जिससे ये पाकिस्तान छोड़कर कहीं नहीं जा सकता है. एक बार पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने खुद कबूल किया था की हाफीज एक आतंकवादी है, लेकिन उसके बाद भी ये पाकिस्तान में आजादी से घूमता रहता है.
आतंकी हाफिज सईद पाकिस्तान में गिरफ्तार, भारत का दबाव काम आया