जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चसोटी गांव में गुरुवार (14 अगस्त, 2025) को बादल फटने के बाद अचानक बाढ़ आ गई है. इस भयानक आपदा में करीब 60 लोगों की जान चली गई है और 100 से ज्यादा लोग घायल हैं. वहीं, इस बेहद डरावने का मंजर के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों ने शुक्रवार (15 अगस्त, 2025) को कहा कि अब तक 21 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जिनकी पहचान भी हो चुकी है. इसके अलावा, 160 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू भी कर लिया गया है. रेस्क्यू किए गए लोगों में से 38 लोगों की स्थिति गंभीर है, जिन्हें इलाज के लिए भेजा गया है.
भारी संख्या में मौजूद थे तीर्थयात्री, तभी आई आपदा
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में चसोटी गांव को मचैल माता की वार्षिक यात्रा के लिए बेस कैंप के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. गुरुवार (14 अगस्त, 2025) को चसोटी गांव में दोपहर 12 बजे से 1 बजे के बीच अचानक बादल फटने की घटना हुई. बादल फटने के बाद जब चसोटी में अचानक बाढ़ आई तब उस वक्त वहां भारी संख्या में श्रद्धालु और तीर्थयात्री माजूद थे.
सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल
किश्तवाड़ के चसोटी गांव में आए इस अचानक बाढ़ के कई वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किए जा रहे हैं. वीडियो में इस भयानक आपदा को देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं. अचानक आई बाढ़ में भूस्खलन के फैला मलबा भी बहकर पूरे इलाके में फैल गया है. मलबे के बहाव के कारण चसोटी में कई घर, दुकानें और गाड़ियां पूरी तरह से तबाह हो गए है. वहीं, काफी संख्या में लोग लापता भी हो गए हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में तबाही का मंजर बिल्कुल साफ-साफ नजर आ रहा है. वहीं, इस भयानक आपदा को देखने के बाद मचैल माता की तीर्थयात्रा पर गए श्रद्धालु और अन्य लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आ रहे हैं और उनकी चीख-पुकार भी सुनी जा सकती है. अचानक आई बाढ़ सुरक्षा कैंप और पार्किंग में खड़ी कई गाड़ियों को बहाकर ले गई, लेकिन बाढ़ग्रस्त इलाके में स्थित मंदिर को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचा.
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