मुंबई: सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने एक वीडियो शेयर किया है. जिसकी चर्चा पूरे देश में है. दावा है मुंबई में कोरोना से मरने वालों के अंतिम संस्कार के शवदाह के लिए लंबी लाइन लगानी पड़ती है. कोरोना से मुंबई बेहाल है. ऐसे में किरीट सोमैया के इस दावे की पड़ताल जरूरी थी.


वीडियो में दावा किया जा रहा है कि महापालिका और ठाकरे सरकार की ढिलाई के कारण अग्निदाह के लिए 5 से 10 घंटे लोगों को रुकना पड़ता है. क्योंकि गैस और इलेक्ट्रानिक उपकरण या तो बंद पड़े हैं या ढंग से काम नहीं कर रहे.






क्या है दावे की सच्चाई?


मुंबई में ABP न्यूज की टीम ने तहकीकात की और मुंबई की मेयर किशोरी से किरीट सोमैया के दावे पर सवाल किया. इसपर मेयर ने कहा, लोगों के मरने की संख्या ऐसे भी ज्यादा थी. डायलिसिस की, हाइपर टेंशन की अलग-अलग उसके कारण थे. इसी में ये कोविड-19 आया. स्वभाविक है कि संख्या बढ़ेगी. लेकिन संबंधी जल्दी आएं तो आधे घंटे लग जाते हैं. नहीं आते हैं तो भी लिख के देते हैं तो हम जला देते हैं. लेकिन लिखकर भी नहीं देते हैं, आते भी नहीं हैं तो भीड़ तो लगेगी.


मुंबई की मेयर किशोरी से बात करने के बाद पता चला कि अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में पहले से ज्यादा वक्त लगने का दावा सच है. लेकिन मशीनें खराब होने की वजह से टाइम लगने का दावा झूठा है.


इंटरनेट पर फैल रहे हर दावे और अफवाह का सच जानने के लिए सोमवार से शुक्रवार एबीपी न्यूज़ पर 8.30 बजे 'सच्चाई का सेंसेक्स जरुर देखें.



ये भी पढ़ें-


सच्चाई का सेंसेक्स: कोरोना से जूझ रही महिला पुलिसकर्मी की किसी ने मदद नहीं की? सच जानिए


सच्चाई का सेंसेक्स: सोशल मीडिया पर मुंबई में 10 दिन सेना तैनात करने का दावा, जानें सच