केरल के कोच्चि में ईसाई समुदाय के एक निजी स्कूल में आठवीं कक्षा की एक छात्रा के हिजाब पहनने को लेकर विवाद बढ़ने के बाद सोमवार (13 अक्टूबर, 2025) को स्कूल की दो दिन की छुट्टी घोषित कर दी गई. स्कूल के अभिभावक-शिक्षक संघ (पीटीए) के एक अधिकारी ने आरोप लगाया कि छात्रों के अभिभावकों को इस्लाम समर्थक राजनीतिक संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) का समर्थन प्राप्त है और उसके सदस्यों ने स्कूल अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार किया, जिनमें से ज्यादातर नन हैं.

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SDPI ने अब तक आरोपों का जवाब नहीं दिया. सेंट रीटा पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य ने सिस्टर हेलेना आरसी ने सोमवार और मंगलवार को छुट्टियों की घोषणा करते हुए एक पत्र जारी किया, जो सोशल मीडिया पर सामने आया है. पत्र में प्रधानाचार्य ने कहा कि बिना निर्धारित वर्दी पहने आई एक छात्रा, उसके माता-पिता, कुछ बाहरी लोगों, कुछ छात्रों और कर्मचारियों के दबाव के कारण, मानसिक तनाव का हवाला देते हुए अवकाश घोषित करने का अनुरोध किया गया है.

माता-पिता ने सिर ढक कर छात्रा को भेजा स्कूल

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पत्र में कहा गया है कि इसके परिणामस्वरूप पीटीए के कार्यकारी सदस्यों से परामर्श के बाद 13 और 14 अक्टूबर को अवकाश घोषित करने का निर्णय लिया गया. पीटीए सदस्य जोशी कैथावलप्पिल ने ‘पीटीआई’ को बताया कि स्कूल का पिछले 30 वर्ष से एक ‘ड्रेस कोड’ रहा है और सभी समुदायों के छात्र इसका पालन करते आए हैं.

उन्होंने कहा, 'हालांकि, एक छात्रा के माता-पिता उसे सिर ढक कर भेजने पर अड़े रहे. हाल ही में, वे एक समूह के साथ स्कूल पहुंचे और हंगामा किया, जिससे छात्रों और शिक्षकों में दहशत फैल गई. इसलिए, हमने दो दिन का अवकाश घोषित करने का फैसला किया.'

स्कूल प्रबंधन ने माता-पिता की मांग टाली

जानकारी के अनुसार, छात्रा के माता-पिता ने स्कूल प्रबंधन से कहा कि उनकी बेटी हिजाब पहनकर ही स्कूल आएगी, लेकिन स्कूल प्रबंधन से इससे इनकार करते हुए कहा कि सभी छात्रों के लिए एक समान यूनिफॉर्म का नियम है, जिसे पिछले 30 साल से पालन किया जा रहा है. स्कूल का कहना है कि छात्रा के माता-पिता के साथ कुछ लोग आए थे, जिन्होंने स्कूल में हंगामा किया.

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