नई दिल्ली: केरल और कर्नाटक में बाढ़ का कहर जारी है. केरल में अब तक बाढ़ और बारिश से 357 लोगों की जबकि कर्नाटक में छह लोगों की मौत हो चुकी है. केरल के 14 में से 13 जिले बुरी तरह प्रभावित हैं. हालांकि सूबे के सभी जिलों में जारी रेड अलर्ट वापस ले लिया गया है. यानि अब बारिश से थोड़ी राहत की उम्मीद है. दक्षिणी राज्य में इस साल के मानसून के दौरान नौ अगस्त से ही मूसलाधार बारिश हो रही है. बारिश से सर्वाधिक प्रभावित जिलों में अलुवा, चलाकुडी, अलप्पुझा, चेंगन्नूर और पथनामथित्ता जैसे इलाके शामिल हैं, जहां बचाव अभियान तेजी से चलाया जा रहा है और बचाव दलों ने बहुत से लोगों को बचाया है.

आधिकारियों ने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और बच्चों सहित बड़ी संख्या में लोगों को इमारतों से एयरलिफ्ट किया गया, जबकि कई अन्य को सेना की नौकाओं, मछली पकड़ने वाले बड़े जहाजों और अस्थायी नौकाओं में बाहर निकाला गया. कई जगहों पर स्थानीय लोग रक्षा और एनडीआरएफ कर्मियों के साथ लोगों को बाहर निकालने के काम में भूमिका निभा रहे थे. आपको बता दें केरल में एनडीआरएफ की टीम अब तक का सबसे बड़ा राहत-बचाव कार्यक्रम चला रही है.

एर्नाकुलम जिले में मुख्य रूप से परावुर और अलुवा तालुक में 54,000 से अधिक लोगों को बचाया गया है. वहां पिछले दो दिनों में भारी बारिश और गंभीर जल जमाव देखा गया. अभी तक कई लोगों के फंसे होने के मद्देनजर अधिकारियों ने आज बचाव अभियान के लिए निजी नौकाओं और स्कूल बसों को देने के आदेश जारी किए.

मिशन में मछली पकड़ने की नौका का पहले ही इस्तेमाल किया जा रहा है. पालक्काड जिले में नेल्लियंपैथी का संपर्क पूरी तरह से कट गया है क्योंकि एक पुल बह गया है और लगातार बारिश और भूस्खलन में सड़क पर भारी चट्टान गिर गए हैं.

पांडानाद, अरानमुला और नेनमारा सहित कई स्थानों पर शवों को पानी में तैरते हुए देखा गया. वहां दो दिन पहले जबर्दस्त भूस्खलन हुआ था. जिला अधिकारियों ने पथनमथिट्टा में कक्की बांध के डाउनस्ट्रीम में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने के लिए कहा है क्योंकि चार में से तीन शटर 75 सेमी-9 0 सेमी तक उठाए गए हैं.

मदद के लिए आगे आए हाथ

मौसम विभाग ने 20 अगस्त तक केरल के विभिन्न स्थानों पर भारी वर्षा का पूर्वानुमान जताया है. उन्होंने कहा कि इडुक्की जिले में आज सर्वाधिक वर्षा हुई. मुन्नार और पीरमेड कस्बों में क्रमशः 11 सेमी और 10 सेमी बारिश दर्ज की गई.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ग्रस्त राज्य के लिए 500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की है. इससे पहले केंद्र द्वारा 12 अगस्त को 100 करोड़ रुपये की घोषणा की गई थी.

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कई राज्यों ने भी केरल में आई बाढ़ में मदद के तौर पर करोड़ों रुपये दिये हैं. कांग्रेस ने शनिवार को केरल में आई बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की. इसके साथ ही कांग्रेस ने कहा कि पार्टी के सभी निर्वाचित प्रतिनिधि राज्य में राहत प्रयासों के लिए अपनी एक महीने की तनख्वाह दान करेंगे.

कर्नाटक में भी कहर बारिश और बाढ़ से कर्नाटक का कोडागु जिला बुरी तरह प्रभावित है. जहां बाढ़ और भूस्खलन के कारण करीब 1500 लोगो विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं. उन्हें निकालने के प्रयास जारी हैं और राज्य अधिकारियों के साथ सेना के जवान, नौसैनिक युद्ध स्तर पर बचाव व राहत अभियान चला रहे हैं.

कर्नाटक के कूर्ग ज़िले में शनिवार-रविवार रात भारी बारिश हुई. ज़िले में अबतक भूस्खलन की वजह से छोटे-बड़े मिलाकर करीब 1000 घरों को नुकसान पहुंचा है. बारिश और भूस्खलन की वजह से अबतक 6 लोगों की मौत हुई है वहीं लापता चल रहे 15 लोगों की तलाश अभी भी जारी है. सरकार के बनाये राहत कैम्पों में करीब 5000 लोग शरण लिए हुए हैं. वहीं बाढ़ग्रस्त इलाके में सेना राहत कार्यों में लगी है.