केरल: अमेठी में बीजेपी के हमलों का सामना कर रहे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी वायनाड से चुनाव लड़ने की वजह से वाम मोर्चे के निशाने पर भी हैं. सीपीएम के नेता और केरल के पूर्व सीएम वीएस अच्युतानंदन ने राहुल गांधी पर विवादित बयान दे दिया है. अच्युतानंदन ने फेसबुक पोस्ट में राहुल गांधी को अमूल बेबी बताया हैय
लेफ्ट नेता अच्युतानंद ने फेसबुक पर लिखा, ''कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी उनकी सबसे बड़ी दुश्मन है. लेकिन अब क्या होगा वो हमारे और बीजेपी दोनों के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. मैंने राहुल को पहले भी 'अमूल बेबी' कहा है और एक बार फिर से कह रहा हूं क्योंकि वो बिना सोचे समझे कोई फैसला कर लेते हैं.''
इससे पहले सीपीएम ने ये भी कहा था कि राहुल के वायनाड से लड़ने पर बीजेपी के खिलाफ विपक्ष की लड़ाई कमजोर होगी. सीपीएम के पूर्व महासचिव प्रकाश करात ने कहा, 'वायनाड सीट से राहुल गांधी को मैदान में उतारने का मतलब साफ है कि कांग्रेस की प्राथमिकता अब केरल में वामपंथ के खिलाफ लड़ना है। एक तरफ वे (कांग्रेस) बीजेपी को 2019 में सत्ता से रोकने के लिए प्रतिबद्धता दिखाते हैं, दूसरी तरफ वायनाड सीट से राहुल मैदान में हैं।
जिस वायनाड सीट से राहुल गांधी ने चुनाव लड़ने का फैसला किया है यह जिला तीन राज्यों (केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक) की सीमा को छूता है. केरल की 20, तमिलनाडु की 39, पुदुचेरी की 1 और कर्नाटक की 28 सीटें हैं. राहुल गांधी के वायनाड सीट से चुनाव लड़ने के फैसले के बाद अब इस सीट के बारे में जानने को लेकर लोगों में दिलचस्पी बढ़ी है.
आपको बता दें कि वायनाड सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है. केरल का वायनाड लोकसभा सीट 2009 में बना. वायनाड लोकसभा के तहत सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं इनमें से तीन वायनाड ज़िले के, तीन मल्लापुरम ज़िले के और एक कोझीकोड ज़िले से हैं. विधानसभा सीटें- मानाथावाडी, सुल्तानबथेरी, कल्पेट्टा, थिरुवंबाडी, एननाड, नीलांबुर और वांडूर.
वायनाड सीट में हिंदू आबादी 49.7 प्रतिशत है. ईसाई और इस्लाम को मानने वालों की आबादी भी करीब-करीब इतनी ही है. यहां ईसाई 21.5 और मुस्लिम 28.5 प्रतिशत हैं. खास बात ये है कि इस सीट की हिंदू आबादी में दलितों की खासी आबादी है. कुल वोटरों की तादाद 13 लाख, 25 हजार 788 है.