तिरुवनंतपुरम: लक्षद्वीप के लोगों के प्रति एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए केरल विधानसभा की ओर से संयुक्त प्रस्ताव पारित किया जा सकता है. माना जा रहा है कि इस प्रस्ताव में लक्षद्वीप के प्रशासक की कड़ी आलोचना हो सकती है साथ ही पीएम मोदी और गृहमंत्री से कई मांग की जा सकती है. बताया जा रहा है कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई वियजन ने खुद ही सदन में प्रस्ताव रखने को लेकर बात कही है.


केरल विधानसभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एमबी राजेश ने कहा कि मुख्यमंत्री पिनराई वियजन ने द्वीपसमूह के हाल के घटनाक्रम को लेकर सदन में प्रस्ताव रखने का खुद ही सुझाव दिया है.


एमबी राजेश ने कहा, ''सरकार मौजूदा सत्र में इस संबंध में प्रस्ताव लाएगी. मुझे उम्मीद है कि विपक्ष भी सहयोग करेगा उसे भी कोई एतराज नहीं होगा. कई विपक्षी सदस्य पहले ही इस तरह की मांग उठा चुके हैं. इसलिए, इस विषय पर आम सहमति है.''


प्रस्ताव पेश करने की तीथि को लेकर जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी तारीख तय नहीं हो पाई है. विधानसभा अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद एमबी राजेश ने कहा था कि लक्ष्यद्वीप की घटना चिता पैदा करती है. बता दें कि राजेश इससे पहले दो बार सांसद रह चुके हैं.


लक्ष्यद्वीप में जारी विवाद को लेकर कांग्रेस के विधायक शफी पराम्बिल ने विधानसभा और मुख्यमंत्री को खत लिखा है और उनसे वहां के लोगों के प्रति एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए अपील की है कि विधानसभा में संयुक्त प्रस्ताव लाई जाए.


बता दें कि केरल में सत्तारूढ़ सीपीएम और विपक्षी दल कांग्रेस ने लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल पटेल की ओर से उठाए गए कदमों को जनविरोधी करार दिया है साथ ही उनके फैसलों की आलोचना भी की है. सरकार को उम्मीद, सिंगल डोज वाले स्पुतनिक लाइट टीके भारत में जल्द आएगी