Kerala Government: केरल के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने एक 104 वर्षीय महिला की आंखो का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया है. केरल के कांजीकुझी (Kanjikuzhi) जिले की रहने वाली देवकी अम्मा को रविवार (20 दिसंबर) को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनको काफी समय से धुंधली दृष्टि की शिकायत थी.
जांच करने के बाद पता चला कि बाईं आंख में गंभीर मोतियाबिंद और दृष्टि दोष था. डॉक्टरों ने मोतियाबिंद सर्जरी करने की संभावनाओं का अध्ययन किया क्योंकि रोगी बहुत बुजुर्ग व्यक्ति है. क्या बोली राज्य की स्वास्थ्य मंत्री?राज्य के स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा था कि चूंकि उन राज्य के स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि चूंकि उनको कोई अन्य बीमारी नहीं थी. इसलिए सर्जरी का फैसला किया गया था और अगले दिन सर्जरी की गई थी. क्या बोले ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर?डॉक्टरों ने बताया कि इस उम्र में मोतियाबिंद (Cataract Surgery) का ऑपरेशन किया गया था और उसकी आंखों में लेंस डाला गया था. इस उम्र में मोतियाबिंद का ऑपरेशन बहुत कम सफल होता है. उन्होंने कहा कि देवकी अम्मा को आज उनकी स्वास्थ्य स्थिति संतोषजनक होने के बाद छुट्टी दे दी गई.
उन्होंने कहा कि उनकी सर्जरी नि:शुल्क की गई थी. बयान में कहा गया है कि जॉर्ज ने सफलतापूर्वक सर्जरी करने वाले डॉक्टरों की टीम को बधाई दी थी.
'हॉस्टल टाइमिंग को लेकर विवाद'केरल में जहां एक तरफ डॉक्टरर्स ने ये चमत्कार किया है तो वहीं उसी राज्य में केरल स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय ने हाईकोर्ट में कहा है कि 18 साल की उम्र में पूर्ण स्वतंत्रता की मांग करना समाज के लिए उचित और ठीक नहीं हो सकता है.
केयूएचएस ने कोझिकोड मेडिकल कॉलेज की छात्राओं की उस याचिका की सुनवाई के दौरान यह दलील दी जिसमें छात्रावास में रहने वालों के लिए रात साढ़े नौ बजे के बाद लगाये गये प्रतिबंध को हटाने की मांग की गयी थी. विश्वविद्यालय ने यह भी कहा है कि रातों की नींद खराब करना विद्यार्थियों के लिए उचित नहीं है.