नई दिल्ली: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने 400 करोड़ रूपए के टैंकर घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव को तलब किया है. एसीबी ने मंत्रीमंडल से निकाले किए गए मंत्री कपिल मिश्रा के विस्तृत बयान पिछले सप्ताह दर्ज किए थे. मिश्रा को आगे की पूछताछ के लिए कल तलब किया गया है. एसीबी प्रमुख मुकेश कुमार मीणा ने बताया कि केजरीवाल के निजी सचिव बी कुमार को मामले में पूछताछ के लिए बुधवार को बुलाया गया है.


मिश्रा से कल दोबारा भी पूछताछ की जा सकती है. वह आम आदमी पार्टी को मिले चंदे में अनियमितताओं का ब्योरा देते वक्त संवाददाता सम्मेलन में बेहोश हो गए थे जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. मिश्रा केजरीवाल और उनके सहयोगियों की विदेश यात्राओं के विस्तृत विवरण की मांग करते हुए भूख हड़ताल पर हैं. एक अधिकारी ने कहा कि मिश्रा बीमार हैं और अगर वह कल बोलने की हालत में नहीं हुए तो वह परसों भी आ सकते हैं.


मिश्रा का आरोप है कि केजरीवाल ने शीला दीक्षित के मुख्य मंत्री रहने के दौरान में हुए टैंकर घोटाला मामले की जांच को प्रभावित किया है. उनका आरोप है कि केजरीवाल और उनके ‘दो आदमियों’ की तरफ से टैंकर घोटाला मामले की जांच में लगातार देरी की गई और उसे प्रभावित किया गया. पिछले साल अगस्त में एसीबी ने टैंकर घोटाला मामले में शीला की कथित संलिप्तता के आरोपों में उनसे पूछतांछ की थी और उन्हें 18 लिखित प्रश्नों का एक सेट भी दिया था.


हालांकि कुछ दिन पहले तक मिश्रा इस मामले में बीजेपी पर शीला को बचाने के आरोप लगाते रहें हैं लेकिन पिछले सप्ताह उन्होंने आरोप लगाया कि आप सरकार शीला को बचाने का प्रयास कर रही है. केजरीवाल सरकार ने स्टील के 385 पानी के टैंकरों की खरीद में अनियमितताओं को आरोपों की जांच के लिए जून 2015 में समिति का गठन किया था. इसके बाद सरकार ने जून 2016 को समिति की रिपोर्ट उपराज्यपाल नजीब जंग को भेज दी थी जिसके बाद इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी.