Karwa Chauth 2022 Moonrise: देश के कई शहरों में चांद (Moon) निकल गया है. दिल्ली, मेरठ, चंडीगढ़ समेत कई शहरों में विवाहित महिलाओं ने चंद्रमा की विशेष पूजा कर अपना व्रत खोला. करवा चौथ (Karwa Chauth) का त्योहार बहुत ही पवित्र पर्व माना गया है. ये सुहागिनों का सबसे प्रिय त्योहार है. इस दिन चंद्रमा को देखकर व्रत खोला जाता है. इस दिन पत्नी उपवास रखती है ताकि अपने पति के लिए लंबे और स्वस्थ जीवन का आशीर्वाद प्राप्त कर सके. 


विवाहित महिलाएं भोजन और पानी के बिना 'निर्जला' व्रत का पालन करती हैं और चंद्रमा उपवास में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. चंद्रमा के दर्शन के बाद महिलाएं अपना व्रत खोलती हैं. करवा चौथ पर व्रती को चंद्रमा का बेसब्री से इंतजार रहता है. 






चंद्रमा का रहता है इंतजार


सूर्यास्त के बाद, सभी महिलाएं और उनके परिवार के सदस्य आकाश की ओर देखते रहते हैं कि चंद्रमा कब निकलेगा. निस्संदेह, "चांद दिख गया" एक ऐसा वाक्य है जो वास्तव में करवा चौथ पर विवाहित महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान लाता है. कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी पर रखा जाने वाला करवा चौथ का व्रत पति-पत्नी के रिश्ते में मधुरता लाता है. 






इस साल तो यह त्योहार बहुत ही शुभ संयोग में मनाया जा रहा है. करवा चौथ (Karwa Chauth) पर रोहिणी नक्षत्र में चंद्रमा की पूजा करने से सुहागिनों को सौभाग्य की प्राप्ति होगी. इस दिन सुहागिनें शुभ मुहूर्त में करवा माता, गणेश जी और शंकर-पार्वती की पूजा करनी होती है और फिर महिलाएं भगवान शिव के मस्तक पर सुशोभित चंद्रमा के दर्शन कर विधिवत चांद की पूजा करती हैं. महिलाएं देवी-देवताओं से भूल चूक की माफी मांगकर फिर पति के हाथों पानी पीकर व्रत का पारण करती हैं. 


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