बेंगलुरूः देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर का प्रकोप कम होता दिख रहा है. ऐसे में कई राज्य लॉकडाउन और कोरोना कर्फ्यू के बाद अब अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं. वहीं कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अभी कम नहीं हो पा रही है. इस स्थिति में कुछ राज्य कोरोना से ज्यादा प्रभावित अपने जिलों में कोरोना कर्फ्यू में ठील नहीं देंगे. 


इसी क्रम में कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर. अशोक ने सोमवार को साफ किया है कि जब तक बेंगलुरु जैसे शहर में रोजाना 500 से अधिक कोविड मामले दर्ज होते रहेंगे, तब तक लॉकडाउन जैसे कड़े कदम जारी रहने चाहिए. अप्रैल में दूसरी कोविड की लहर के बाद, राज्य सरकार ने 27 अप्रैल से 14 मई तक कोरोना कर्फ्यू लगाया था.


हालांकि, कोरोना संक्रमण के मामलों में अभी भी तेजी देखी जा रही है, वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने राज्य सरकार को लॉकडाउन लागू करने की सिफारिश की है. जिसके कारण 10 मई से आगे, 24 मई तक दो सप्ताह के लिए तालाबंदी की गई थी. धीरे-धीरे मामलों में कमी आने के साथ, फिर से 7 जून तक दो सप्ताह की तालाबंदी लागू है.


अशोक, जो कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) के उपाध्यक्ष भी हैं, उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि यह एक सकारात्मक संकेत है कि पिछले कई महीनों से बेंगलुरु में मामलों की संख्या में कमी आई है.


एक प्रश्न का उत्तर देते हुए अशोक ने कहा कि, "राज्य सरकार नियमित रूप से विशेषज्ञों, अधिकारियों और अन्य हितधारकों के साथ बैठक कर रही है, ताकि भविष्य की कार्रवाई के बारे में निर्णय लिया जा सके और लॉकडाउन जारी रखने या रद्द करने पर अंतिम निर्णय 5 या 6 जून के बाद ही लिया जाएगा."


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