बेंगलुरू: कोविड-19 का इलाज करने से मना करने वाले अस्पतालों की शिकायत दर्ज कराने के लिए कर्नाटक सरकार ने चौबिसों घंटे चलने वाली एक हेल्पलाइन की शुरुआत की है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री के. सुधाकर ने रविवार को निजी अस्पतालों को कोरोना वायरस के मरीजों को भर्ती ना करने या जांच करने से मना करने को लेकर आगाह किया.


सुधाकर ने पत्रकारों से कहा, ‘‘अगर अस्पताल मरीज को भर्ती करने से मना करें तो 1912 पर फोन करें. यह नंबर चौबिसों घंटे चलता है. इस नंबर पर फोन करने वालों की तुरंत मदद की जाएगी.’’


अस्पताल में 50 प्रतिशत बेड कोरोना वायरस मरीजों के लिए है आरशित


मंत्री ने लोगों को याद दिलाया कि निजी अस्पतालों में कम से कम 50 प्रतिशत बेड केाविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित हैं. साथ ही राज्य सरकार के कोटा के तहत उनका मुफ्त इलाज होगा. बताया जा रहा है कि राज्य में पिछले कुछ दिनों ने अस्पताल में मरीजों को भर्ती ना किये जाने की शिकायते आ रहीं है. जिसकों देखते हुए इस हेल्पलाइन की शुरुआत की गई है.


हेल्पलाइन नबंर 1912 से मरीजों को मिलेगी तुरंत सेवा


राज्य में कोरोना से संक्रमित मरीज़ों की शिकायत थी कि उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा रहा. अस्पताल वाले मरीजों को भर्ती करने से इंकार कर रहे है. जो बेहद ही गंभीर विषय है. हेल्पलाइन नंबर 1912 की मदद से मरीज अस्पताल के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकेंगे. साथ ही उन्हें तुरंत मदद दी जाएगी.


आपको बता दें, कर्नाटक में कोरोना मरीजों की संख्या 13255 हो गई है. वहीं इस महामारी की चपेट में आने से मरने वालों की आंकड़ा 372 हो गया है.


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