कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने राज्य में नेतृत्व में संभावित बदलाव की अटकलों को शनिवार (01 नवंबर, 2025) को खारिज करते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार पूरी तरह से एकजुट है. उन्होंने कहा कि मीडिया या कांग्रेस के लोगों को नेता की तलाश करने की कोई जरूरत नहीं है.
उपमुख्यमंत्री ने राजनीतिक अफवाहों को खारिज करते हुए कहा, ‘केवल वही बात मायने रखती है जो मैंने और मुख्यमंत्री ने कही है. उसके अलावा किसी और की बात का कोई मतलब नहीं है.’ कांतीरवा स्टेडियम के निकट संवाददाताओं से बात करते हुए शिवकुमार ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार का ध्यान अटकलों पर नहीं, बल्कि शासन और विकास पर है.
बेंगलुरु में टनल रोड परियोजना को लेकर बोले उपमुख्यमंत्री
उन्होंने इस बात पर बल दिया कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के साथ उनका समन्वय बरकरार है और यह हमारी एकता के कारण ही है कि हमने 136 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल की है और हमारी ताकत 140 तक पहुंच गई है. बेंगलुरु में प्रस्तावित टनल रोड परियोजना के मुद्दे पर शिवकुमार ने कहा, ‘मैं कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक के नेतृत्व में टनल रोड मुद्दे पर एक समिति गठित करने के लिए तैयार हूं. लालबाग के पास प्रवेश और निकास बिंदु उनके सुझाए गए स्थान पर डिजाइन किए जाएंगे.’
शिवकुमार ने यह स्पष्ट किया कि वह शहर के बुनियादी ढांचे पर द्विदलीय दृष्टिकोण को खुले मन से स्वीकार करते हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बेंगलुरु में प्रस्तावित टनल रोड परियोजना का विरोध कर रही है.
'साथ मिलकर करना होगा काम'
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘अशोक को धरना देने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि वह बेंगलुरु से हैं. वह यहां से सात-आठ बार जीत चुके हैं, उनकी भी जिम्मेदारी बनती है. उनके नेतृत्व में बनी समिति ही सरकार को सलाह और निर्देश दे. मल्लेश्वरम के विधायक सी एन अश्वथ नारायण सहित जो भी नाम सुझाएंगे, उन्हें इस समिति में शामिल किया जाएगा. हम सभी को मिलकर काम करना होगा और हम करेंगे.’
शिवकुमार ने बताया कि उन्होंने शुक्रवार (31 अक्टूबर, 2025) की रात लालबाग के निकट टनल रोड स्थल का व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण किया था. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मैंने लालबाग के आस-पास के इलाके का दौरा किया, ताकि पता लगाया जा सके कि प्रवेश द्वार कहां बनाए जा सकते हैं. मैं वैकल्पिक रास्तों पर भी विचार कर रहा हूं. किसी भी तरह की चिंता की कोई जरूरत नहीं है.’ उन्होंने आश्वासन दिया कि परियोजना के क्रियान्वयन में जनहित का ध्यान रखा जाएगा.
'कर्नाटक में एक पार्टी या समूह कर रहा काम'
भाषाई और क्षेत्रीय पहचान के मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री ने अपनी स्थिति स्पष्ट की. बेलगावी में महाराष्ट्र एकीकरण समिति के सदस्यों के साथ पुलिस की ओर से सेल्फी लेने और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के बारे में पूछे जाने पर शिवकुमार ने कहा, ‘हम महाराष्ट्र एकीकरण समिति (MES) सदस्यों को बदलने के लिए काम करेंगे. कर्नाटक में एक पार्टी या समूह काम कर रहा है और वे भी कन्नड़ हैं. वे भी कर्नाटक विधानसभा में पहुंच गए हैं.’
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