Congress Mission In Karnataka: कर्नाटक में यह कोई रहस्य नहीं है कि कांग्रेस सरकार आगामी लोकसभा और बेंगलुरू निकाय चुनावों को ध्यान में रखते हुए विपक्षी दलों बीजेपी और जेडीएस के विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस पार्टी के सूत्र पूरे विश्‍वास के साथ दावा करते हैं कि बीजेपी और जेडीएस के 20 से ज्‍यादा विधायकों से संपर्क किया जा रहा है और चर्चा अंतिम चरण में पहुंच रही है.


इस बीच, विपक्षी बीजेपी और जेडीएस नेता अपने सदस्यों के पलायन को रोकने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं. दूसरी ओर, सत्तारूढ़ कांग्रेस नेतृत्व आश्‍वस्त दिख रहा है, क्योंकि नेता खुले तौर पर दावा कर रहे हैं कि केवल उन लोगों को शामिल किया जाएगा जो पार्टी की विचारधारा को स्वीकार करते हैं.


लोकसभा चुनाव को लेकर है सारा गेम प्लान


कांग्रेस कर्नाटक से 20 से अधिक लोकसभा सीटें हासिल करने के लिए सभी प्रयास कर रही है. 2019 में कर्नाटक में बीजेपी ने 25 सीटें जीतकर प्रचंड जीत हासिल की थी. कांग्रेस, जेडीएस एक-एक सीट जीतने में सफल रही और बीजेपी समर्थित एक निर्दलीय उम्मीदवार ने एक और सीट जीती थी. उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा कि उन्हें या तो बीजेपी में शामिल होने या जेल जाने का विकल्प दिया गया था, लेकिन उन्होंने दूसरा विकल्प चुना. उन्होंने यह भी कहा था कि पार्टी नेताओं को जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने के लिए आह्वान करने को कहा गया है.


बीजेपी नेताओं की शिवकुमार-सिद्धारमैया से मुलाकात


सूत्रों ने कहा कि पार्टी कैडरों को विधायकों और बीजेपी और जेडीएस के प्रमुख नेताओं के अनुयायियों को तोड़ने और उन्हें कांग्रेस में शामिल होने के लिए मजबूर करने के लिए कहा गया है. बीजेपी के पूर्व मंत्रियों बी.सी. पाटिल और राजू पाटिल का हाल ही में बेंगलुरु में कन्नड़ सुपरस्टार किच्चा सुदीप की जन्मदिन पार्टी में शिवकुमार से मिलना और उनसे काफी देर तक बातचीत करना राज्य के राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बन गया है. 


पूर्व मंत्री एम.पी. रेणुकाचार्य ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से मुलाकात की है और बीजेपी नेतृत्व पर जमकर निशाना साधा है. हाल ही में उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बी.एल. संतोष की आलोचना की. इस मामले पर बीजेपी ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. सूत्र बताते हैं कि इससे भगवा पार्टी की कमजोर स्थिति का पता चलता है.


जेडीएस के 10 से अधिक विधायक संपर्क में


जेडीएस, जो दक्षिण कर्नाटक में कांग्रेस से हार गई और विधानसभा चुनाव में 19 सीटें जीतने में कामयाब रही, ऑपरेशन पंजा से चिंतित है. कांग्रेस 10 से अधिक विधायकों को तोड़ने के लिए तैयार है और पार्टी को झटका देने की योजना बना रही है.


सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस ने यह ''कार्यभार'' जेडीएस छोड़कर पार्टी में शामिल हुए मंत्री एन. चेलुवरायस्वामी और बी.जेड. ज़मीर अहमद खान को दिया है. दोनों पूर्व सीएम एच.डी. कुमारस्वामी के करीबी थे. एक सूत्र ने कहा, अगर जेडीएस को कमजोर किया जाता है तो इससे शिवकुमार को वोक्कालिगा समुदाय का चेहरा बनकर उभरने में मदद मिलेगी.


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