Karnataka CM Swearing In Ceremony: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद आज कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है. कुछ ही घंटों में मुख्यमंत्री के रूप में सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री के तौर पर डीके शिवकुमार पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. कैबिनेट में शामिल होने वाले कुछ विधायक भी पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. शपथ ग्रहण समारोह से पहले सिद्धारमैया और शिवकुमार नए मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले मंत्रियों के नामों और विभागों के बंटवारे को लेकर आलाकमान के साथ चर्चा के लिए दिल्ली पहुंचे.


सिद्धारमैया और शिवकुमार ने शुक्रवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी मुलाकात की. कांग्रेस ने इस मुलाकात की तस्वीर अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट की. कैप्शन में लिखा गया, ''कर्नाटक में जन-जन की सरकार के शपथ ग्रहण से पहले एक मुलाकात.'' वहीं, सिद्धारमैया ने दिल्ली में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात की.


विपक्षी दलों के कई नेताओं को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस की तरफ से आमंत्रण भेजा गया है. चूंकि लोकसभा चुनाव में अभी लगभग सालभर का वक्त बाकी है, इसलिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह 2024 के चुनाव से पहले विपक्षी दलों के नेताओं की एकजुटता के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है. आइये जानते हैं पूरे घटनाक्रम से जुड़ी 10 बड़ी बातें-
 
1. कर्नाटक के सीएम का शपथ ग्रहण समारोह बेंगलुरु स्थित श्री कांतीरवा स्टेडियम में आयोजित किया जा रहा है. इसी स्टेडियम में सिद्धारमैया ने 2013 में पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. राज्यपाल थावरचंद गहलोत मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल को दोपहर साढ़े 12 बजे कांतीरवा स्टेडियम में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. सिद्धारमैया 2013 में पांच साल के कार्यकाल के बाद दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. वहीं, पूर्व में सिद्धारमैया की सरकार में मंत्री रहे 61 वर्षीय शिवकुमार अगले वर्ष संसदीय चुनावों तक कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने रहेंगे.


2. कांग्रेस ने गुरुवार (18 मई) को सिद्धारमैया को कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शिवकुमार को एकमात्र उपमुख्यमंत्री के रूप में नामित किया था. बाद में कांग्रेस विधायक दल की गुरुवार को ही हुई बैठक में सिद्धारमैया को औपचारिक रूप से उसका नेता चुन लिया गया था. इसके बाद सिद्धारमैया ने राज्यपाल के समक्ष दावा पेश किया, जिन्होंने सरकार गठन के लिए उन्हें आमंत्रित किया.


3. सिद्धारमैया के सामने पहला चुनौतीपूर्ण काम सही संयोजन के साथ एक मंत्रिमंडल की स्थापना करना है, जो सभी समुदायों, क्षेत्रों, गुटों और विधायकों की पुरानी और नई पीढ़ी के प्रतिनिधियों के बीच संतुलन स्थापित करे. कर्नाटक मंत्रिमंडल की स्वीकृत क्षमता 34 है, जबकि मंत्री पद आकांक्षी काफी ज्यादा हैं.


4. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, कांग्रेस के कई मुख्यमंत्रियों और नेताओं के इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.


5. 2024 लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ बीजेपी से मुकाबले के लिए एकता के प्रयासों के बीच कर्नाटक के सीएम के शपथ ग्रहण का यह आयोजन विपक्षी दलों के लिए शक्ति प्रदर्शन का अवसर बन सकता है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने समान विचारधारा वाले कई दलों के नेताओं को शपथ-ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया है. उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला सहित विभिन्न नेताओं को आमंत्रित किया है.


6. शपथ-ग्रहण समारोह में अखिलेश यादव नहीं जाएंगे और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पहुंचने की संभावना भी काफी कम है. मलिकार्जुन खरगे ने फोन करके अखिलेश यादव को शपथ ग्रहण में आमंत्रित किया था लेकिन अखिलेश के बलिया और गोरखपुर में पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के चलते वह शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कर्नाटक नहीं जाएंगे.


7. दिल्ली में संवाददाताओं ने जब पूछा कि कितने विपक्षी नेता शपथ-ग्रहण में शामिल होंगे तो शिवकुमार ने कहा, ''हमने अपने एआईसीसी अध्यक्ष से इसे देखने का अनुरोध किया है, हमारे लिए पहले कांग्रेस अध्यक्ष और गांधी परिवार हैं, हम उन्हें व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित करने के लिए यहां हैं.''


8. उम्मीद की जा रही है कि शपथ ग्रहण के बाद पहली कैबिनेट बैठक में कर्नाटक की नई सरकार ‘पांच गारंटी’ को लागू करने के लिए कदम उठा सकती है. कांग्रेस ने कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद पहले दिन ‘पांच गारंटी’ लागू करने का वादा किया है. इन वादों में सभी घरों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली (गृह ज्योति), हर परिवार की महिला मुखिया (गृह लक्ष्मी) को 2,000 रुपये मासिक सहायता, गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के परिवार के प्रत्येक सदस्य को 10 किलोग्राम मुफ्त चावल (अन्न भाग्य), बेरोजगार स्नातक युवाओं के लिए हर महीने 3,000 रुपये और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों (18-25 आयु वर्ग में) को दो साल के लिए 1,500 रुपये (युवा निधि) और सार्वजनिक परिवहन बसों (शक्ति) में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा शामिल हैं.


9. मनोनीत उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने शुक्रवार को कहा, ''जनता से किए वादों को पूरा करना हमारी पहली प्राथमिकता है.'' अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के कई नेताओं और अन्य राज्यों के नेताओं की मौजूदगी के बीच कार्यक्रम बिना किसी बाधा के सुचारू रूप से चले, यह सुनिश्चित करने के लिए कार्यक्रम स्थल के भीतर और आसपास सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. सूत्रों के मुताबिक, कुल तीन मंच बनाए गए हैं और शपथ ग्रहण समारोह देखने के लिए एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं.


10. सिद्धारमैया ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि शहर के कांतीरवा स्टेडियम में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को लेकर पुलिस को सावधानी बरतनी चाहिए ताकि सीईटी परीक्षा देने वाले छात्रों को कोई परेशानी न हो. उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह के कारण कांथीरवा स्टेडियम के आसपास वाहनों के आवागमन की संभावना है. सिद्धारमैया ने समारोह में आने वाले लोगों से आग्रह किया कि वे पुलिस का सहयोग करें और यातायात को सुगम बनाएं.


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