Siddaramaiah Oath Taking: कर्नाटक में कांग्रेस की शानदार जीत के बाद शनिवार (20 मई) को बेंगलुरु के कांतीरवा स्टेडियम में सिद्धारमैया ने मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. शपथ ग्रहण में कई कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद रहे. 


इसके अलावा कर्नाटक में 8 विधायकों को राज्यपाल ने कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई. इस बीच कर्नाटक सरकार का हिस्सा बनने वाले 8 ऐसे नेता हैं जिनके परिवार से कोई ना कोई बड़े पदों पर रहा है या फिर अभी बड़े पद पर आसीन है. इससे कांग्रेस पर एक बार फिर परिवारवाद का आरोप लग रहा है.


जिन पर लगा परिवारवाद का आरोप


आइए जानते हैं कि कर्नाटक सरकार का हिस्सा बनने वाले वो मंत्री कौन हैं जिन पर परिवारवाद के आरोप लग रहे हैं. इस लिस्ट में सबसे पहले नाम मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का आ रहा है, जिनके बेटे कांग्रेस से विधायक रहे हैं. ऐसे ही उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के भाई सांसद हैं. 


प्रियांक खरगे के पिता भी रहे मंत्री


इसके अलावा मंत्री बने एमबी पाटिल के पिता भी मंत्री रहे हैं. सिद्धारमैया सरकार में मंत्री बने प्रियांक खरगे के पिता और वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी पूर्व में मंत्री रहे चुके हैं. प्रियांक पहले भी मंत्री रह चुके हैं. वहीं, राज्य में नए मंत्री बने जी परमेश्वर के पिता एमएलसी रहे हैं. 


सतीश जारकीहोली के तीन भाई विधायक


सिद्धारमैया सरकार में कैबिनेट मंत्री बने सतीश जारकीहोली के तीन भाई हैं और तीनों विधायक हैं. मंत्री केएच मुनियप्पा की बेटी विधायक हैं और मंत्री रामलिंगा रेड्डी की बेटी भी विधायक रह चुकी हैं. रामलिंगा रेड्डी की बेटी इस बार 16 वोटों से चुनाव हार गईं. 


बता दें कि 2016 में भी सिद्धारमैया ने प्रियांक को अपनी कैबिनेट में शामिल किया था और उन्हें आईटी जैसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी. तब वह 38 साल के थे. प्र‍ियांक खरगे को तीसरी बार मंत्री की कुर्सी म‍िली है. इस सरकार में वह सबसे कम उम्र के मंत्री हैं.


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