नई दिल्लीः कर्नाटक के ढाई दिन सीएम बने रहने के बाद आज विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के पहले ही बीएस येदुरप्पा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही राज्य में बीजेपी की सरकार गिर गई है.  इस पूरे नाटकीय घटनाक्रम पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है. राहुल गांधी ने ना सिर्फ पीएम मोदी को भ्रष्ट बताया बल्कि कहा कि उन्होंने अपनी पार्टी को विधायकों की खरीद-फरोख्त करने की इजाजत दी.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, ''आपने देखा कि विधानसभा की पूरी कार्यवाही के दौरान बीजेपी विधायक और स्पीकर ने राष्ट्रगान से पहले ही सदन छोड़ दिया. यह दिखाता कि आप देश में किसी का भी अपमान कर सकते हैं. प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को लगता है कि किसी भी संवैधानिक संस्था को खत्म कर सकते हैं. बीजेपी ने कर्नाटक की जनता के जनादेश का अपमान किया. मैं कर्नाटक के लोगों को शुभकामनाएं देता हूं, कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी बधाई देता हूं. मुझे उम्मीद है कि बीजेपी और आरएसएस इस हार से कुछ सबक लेगें.''

गांधी ने आगे कहा, ''प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने खुले आम कर्नाटक में विधायकों को खरीदने की कोशिश की. प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार खत्म करने की बात करते हैं लेकिन वो खुद भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं. कर्नाटक की जनता ने देश भर में लोकतंत्र पर हो रहे हमले को रोका है. हम हिन्दुस्तान की जनता की आवाज की रक्षा करेंगे.''

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करके कहा, 'श्री एच. डी. देवेगौड़ा जी को मंगलमय, स्वस्थ एवं दीर्घ जीवन की शुभकामनाओं के साथ जन्मदिन की हार्दिक बधाई. आज का दिन भारतीय राजनीति में धनबल की जगह जनमत की जीत का दिन है. सबको खरीद लेने का दावा करने वालों को आज ये सबक मिल गया है कि अभी भी भारत की राजनीति में ऐसे लोग बाकी हैं, जो उनकी तरह राजनीति को कारोबार नहीं मानते हैं. नैतिक रूप से तो केंद्र की सरकार को भी इस्तीफ़ा दे देना चाहिए.'

बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने कहा,  ''बीजेपी की जबरदस्त हार हुई है, मैं देवगौड़ा जी, कुमारस्वामी जी को बधाई देती हूं, मैं सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद अदा करती हूं जो उन्होंने लोकतंत्र की गरिमा बचाए रखा.'' मायावती  ने कांग्रेस को नहीं दी और ना ही राहुल गांधी से जुड़े सवाल का जवाब दिया.

आंध्र प्रदेश सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा,'हर कोई इससे खुश है. पीएम और बीजेपी अध्यक्ष ने लोकतंत्र की खिल्ली उड़ाने की कोशिश की.  भ्रष्टाचार को उकसावा देकर इन लोगों ने आखिर क्या संदेषश दिया है? बीजेपी ने जनार्दन रेड्डी को वापस लेकर आगे कर दिया और राजनीति की.'

टीएमसी अध्यक्ष और पं. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने ट्वीट करके कहा, ''लोकतंत्र की जीत हुई, कर्नाटक को बधाई. देवगौड़ा जी, कुमारस्वामी और कांग्रेस को बहुत-बहुत बधाई. स्थानीय पार्टी की जीत हुई.''

फाइल फोटो

बीजेपी के पूर्व नेता और वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा, ''कर्नाटक ने दिखाया कि राजनीति में थोड़ी सी नैतिकता बची हुई है दुख की बात है कि बीजेपी में नहीं है. अब गवर्नर को भी इस्तीफा दे देना चाहिए.''

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कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'केंद्र की तमाम एजेंसियों की मदद से हमारे विधायकों को डराया गया. हमारे विधायकों को बीजेपी ने बंधक बना कर रखा, लेकिन जैसे ही उन्हें मौका वे हमारे पक्ष में वोट करने के लिए पहुंचे. बीजेपी के 104 के मुकाबले हमारे पास 117 विधायकों का समर्थन है, कांग्रेस-जेडीएस के एक भी विधायक ने साथ नहीं छोड़ा. बीजेपी ने सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग किया. बीएसपी का विधायक भी बीजेपी के साथ नहीं गया. हम सुप्रीम कोर्ट भी धन्यवाद करते हैं. यह कांग्रेस पार्टी की जीत है और कानून की जीत है. अब हमें इंतजार है कि राज्यपाल एचडी कुमार स्वामी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करें. हम सरकार बनाने के लिए तैयार हैं.''

भाषण में येदुरप्पा ने क्या कहा? आज फ्लोर टेस्ट से पहले भाषण की शुरुआत में उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ की और फिर कांग्रेस को जमकर निशाने पर लिया. उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि ''मैं आखिरी सांस तक सेवा करता रहूंगा.'' कर्नाटक की जनता ने सिद्धारमैया के खिलाफ वोट किया है. चुनाव से पहले कांग्रेस और जेडीएस ने एक दूसरे के खिलाफ प्रचार किया. सिद्धारमैया ने कहा कहा था कि मैं अपने पिता की कसम खाकर कहता हूं कि कुमार स्वामी को मुख्यमंत्री नहीं बनने दूंगा. अब दोनों पार्टियां साथ हो गई हैं."

बता दें कि कर्नाटक में विधानसभा की कुल 224 सीटें हैं इनमें से 222 पर ही चुनाव हुए थे. इस चुनावों में बीजेपी को 104 सीटें मिली थीं. कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 38 सीटें मिली थीं. रिजल्ट आने के बाद कांग्रेस और जेडीएस ने हाथ मिला दिया था. लेकिन राज्यपाल ने बीजेपी को सरकार बनाने का न्यौता दिया था. इसके बाद येदुरप्पा मुख्यमंत्री बने और राज्यपाल ने उन्हें 15 दिनों में बहुमत साबित करने का समय दिया. लेकिन इसी बीच कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई. सुप्रीम कोर्ट ने कल ही इस पर फैसला सुनाते हुए बीजेपी से कर्नाटक में बहुमत साबित करने के लिए कहा था. लेकिन आज फ्लोर टेस्ट से पहले ही येदुरप्ता ने इस्तीफा दे दिया.