नई दिल्ली: कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में विरोधी पार्टियों की ओर से किसी संभावित ध्रुवीकरण का मुकाबला करने के लिए चुनाव प्रचार में अपने मुस्लिम नेताओं को उतारने का फैसला किया है. पार्टी के एक नेता ने बताया कि कांग्रेस ने कर्नाटक में अपने नेताओं और पदाधिकारियों से यह भी कहा है कि वे ऐसे किसी विमर्श से परहेज करें जिससे मतदाताओं का ध्रुवीकरण होता हो.


कर्नाटक के अलावा कांग्रेस फिलहाल, पंजाब, मेघालय, मिजोरम और पुडुचेरी की सत्ता में है. मेघालय में 27 फरवरी को मतदान होने वाला है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया, ‘‘इस बात की गुंजाइश है कि हमारे विरोधी ध्रुवीकरण की कोशिश करेंगे. जब वे ऐसा करते हैं तो ऐसे में अल्पसंख्यकों के नेतृत्व का दावा करने वाली एक क्षेत्रीय पार्टी ध्रुवीकरण में मदद के लिए सामने आती है.’’


कर्नाटक चुनाव से पहले कांग्रेस को सता रहा है ओवैसी का 'डर'?


कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘इस तरह के हालात से निपटने के लिए समुदाय के हमारे नेता चुनाव प्रचार में हिस्सा लेंगे.’’ बहरहाल, इस नेता ने उन मुस्लिम नेताओं के नाम नहीं बताए जो कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रचार करेंगे. उन्होंने नांदेड़-वाघला नगर निगम के चुनाव का हवाला दिया और कहा कि यह रणनीति पार्टी कर्नाटक में भी अपनाएगी. नांदेड़-वाघला नगर निगम के चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम कुछ खास नहीं कर सकी और कांग्रेस ने बेहतरीन प्रदर्शन किया.