Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेले के दौरान IITian बाबा ऊर्फ अभय सिंह को लेकर खूब चर्चा है. उनके लिए कहा जा रहा है कि वह आईआईटी बॉम्बे से पढ़ाई और लाखों रुपये के पैकेज छोड़कर वैराग्य की ओर चल पड़े हैं. हालांकि लोकप्रियता के साथ उनका विवादों से भी नाता रहा.

महाकुंभ में दिए इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपने माता-पिता को लेकर जो बातें कहीं उसे लेकर उनकी खूब आलोचना भी हुई हैं. अब कानपुर के करौली सरकार के नाम फेमस संतोष सिंह भदौरिया भी उनपर जमकर भड़के हैं. उन्होंने कहा कि ये व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार है और इसे पागलखाने ले जाना चाहिए. 

'पढ़ा लिखा इंसान पागल हो गया है'

आजतक को दिए इंटरव्यू में करौली सरकार ने कहा, "ये पढ़ा हुआ बच्चा पागल हो गया है. कुंठित है, असफल है तो वो अपनी असफलता अपनी कुंठा को बांट रहा है. वो क्या बच्चों का रोल मॉडल बनेगा. इस तरह के लोगों को पागलखाने में होना चाहिए, इस पूर्ण महाकुंभ की धरती में नहीं होना चाहिए. इनकी जगह पागल खाना है. इसे इतना प्रचारित किया गया कि साहब वो तो बहुत कुछ छोड़ के आ गया है. पता नहीं क्या हाथी घोड़ा छोड़ के आया है, वो कुछ भी नहीं छोड़ के आया है. वह अपना अहंकार अपना मोह अपना पागलपन सब लेकर आया है. ये नशेबाज है और यहां नशेबाजी कर रहा है. इसे इलाज की जरूरत हैं और इसे पागलखाने में ले जाकर इलाज कराना चाहिए."

कौन हैं IIT वाले बाबा?

आईआईटी वाले बाबा महाकुंभ की शुरूआत से ही मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए चर्चा में आ गए. आईआईटी वाले बाबा का असली नाम अभय सिंह है. उन्होंने आईआईटी मुंबई से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. इसके बाद कथित तौर पर कनाडा में 36 लाख रुपये के पैकेज वाली नौकरी बीच में छोड़ दी. फिर धर्म और संन्यास की राह पर निकल गए. आईआईटीयन बाबा अभय सिंह का मूल निवास हरियाणा जिला झज्जर है. इनके पिता कर्ण सिंह एडवोकेट हैं. हाल में उन्होंने एक वीडियो में भावुक होकर बेटे को घर वापस आने के लिए भी कहा था, लेकिन IITian बाबा का कहना है कि उनका घर टॉर्चर चैंबर की तरह है और वह अपने माता-पिता से नफरत करते हैं.

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