Kapil Sibal On NCERT Revise Syllabus: केंद्र पर हमला करते हुए राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की किताबों से मुगल दरबारों के पाठ को हटाने के फैसले की निंदा की है. सिब्बल ने तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के भारत को ध्यान में रखते हुए, आधुनिक भारतीय इतिहास 2014 से शुरू होना चाहिए, जब बीजेपी केंद्र में सत्ता में आई थी.
सिब्बल मीडिया में आई खबरों की ओर इशारा करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और 2002 के गुजरात दंगों के बारे में कुछ अंशों को कक्षा 12 के लिए एनसीईआरटी की सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों के नए सिलेबस से हटा दिया गया है. उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी की किताबों से गांधी की हिंदू मुस्लिम एकता की खोज, आरएसएस पर प्रतिबंध, गुजरात दंगों से जुड़ी बातें, आंदोलनों में बदले हुए विरोध प्रदर्शन ये सब हटा दिया गया.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, एनसीईआरटी (NCERT) ने मुगल साम्राज्य से संबंधित अध्यायों को हटाकर कक्षा 12 के इतिहास के पाठ्यक्रम को संशोधित किया है. सिलेबस में बदलाव सीबीएसई, यूपी और एनसीईआरटी पाठ्यक्रम का पालन करने वाले अन्य राज्य बोर्डों सहित सभी बोर्डों पर लागू होंगे. नया पाठ्यक्रम एकेडमिक सेशन 2023-24 से प्रभावी होगा.
ये चैप्टर हटाए
अपडेट सिलेबस के अनुसार, मुगल दरबार इतिहास की किताब 'थीम्स ऑफ इंडियन हिस्ट्री-पार्ट II' से एनसीईआरटी ने 'राजाओं और इतिहास' से संबंधित अध्यायों और विषयों को हटा दिया है. इसके अलावा एनसीईआरटी ने 'विश्व राजनीति में अमेरिकी आधिपत्य' और 'द कोल्ड वॉर एरा' जैसे चैप्टर को हटाते हुए कक्षा 12 की नागरिक शास्त्र की किताब को भी अपडेट किया है.
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