UP BJP Leader Harshit Srivastava Arrested in Kanpur Violence: कानपुर हिंसा को लेकर जांच जारी है. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है कानपुर हिंसा (Kanpur Violence) में शामिल उपद्रवियों के चेहरे बेनकाब होते जा रहे है. कानपुर पुलिस (Kanpur Police) ने अब तक 54 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कानपुर हिंसा के सिलसिले में यहां पुलिस ने एक स्थानीय बीजेपी नेता और 12 अन्य को गिरफ्तार किया है. बीजेपी युवा मोर्चा के पूर्व जिला सचिव हर्षित श्रीवास्तव (Harshit Srivastava) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भड़काऊ सामग्री पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.


कानपुर पुलिस ने पीएफआई के पांच सदस्यों की भी पहचान की है, जिसमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है. कानपुर पुलिस कमिश्नर विजयसिंह मीणा ने बताया कि कानपुर हिंसा में गिरफ्तार आरोपियों से मिले लिंक के आधार पर पीएफआई के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस कई और संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.


कानपुर हिंसा में PFI कनेक्शन!


माना जा रहा है कि स्थानीय लोगों की मदद से पीएफआई के सदस्यों ने कानपुर हिंसा को अंजाम दिया. इस बीच पुलिस आज कुछ और आरोपियों के पोस्टर जारी कर सकती है. इससे पहले 40 आरोपियों की तस्वीर पुलिस ने जारी की थी. जांच में जुटी टीम आरोपियों के मोबाइल और पथराव की जगह के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है. आने वाले दिनों में कई और गिरफ्तारियां हो सकती है.


क्या है पीएफआई?


PFI पर कानपुर हिंसा (Kanpur Violence) में शामिल होने के आरोप लग रहे हैं. पीएफआई (PFI) यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया एक चरमपंथी इस्लामी संगठन है. पीएफआई का गठन साल 2006 किया गया था. इस संगठन पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगते रहे हैं. इस पर बैन लगाने की मांग भी उठती रही है. 


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