Congress Leader Kamal Nath: कांग्रेस नेता कमलनाथ इन खबरों के बीच शनिवार (17 फरवरी) को दिल्ली पहुंचे कि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं. प्रभावशाली गांधी परिवार के बाद सबसे बड़े कांग्रेस नेताओं में से एक मध्य प्रदेश के दिग्गज नेता ने बड़े बदलाव की पुष्टि नहीं की है. इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने इससे इनकार भी नहीं किया है.


कांग्रेस से क्यों नाराज हैं 'इंदिरा गांधी के तीसरे बेटे'?


कांग्रेस के द‍िग्‍गज नेताओं में शुमार कमलनाथ के पार्टी छोड़ने की अटकलें तेज हैं. भारतीय जनता पार्टी ज्‍वाइन करने की जोर-शोर से चल रहीं अफवाहों के बीच शन‍िवार (17 फरवरी) को पूर्व सांसद और मध्‍य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष कमलनाथ द‍िल्‍ली भी आए. गांधी पर‍िवार के सबसे बड़े नेताओं में होने के चलते अब सवाल यह उठ रहा है क‍ि आख‍िर कथ‍ित तौर पर 'इंद‍िरा गांधी के तीसरे बेटे' कमलनाथ की पार्टी से नाराजगी की वजह क्‍या है?  


कमलनाथ ने अटकलों के बीच नहीं क‍िया साफ इनकार


बीजेपी में शामिल होने की अटकलों से जुड़े सवालों पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा, ''आप लोग इसको लेकर बेहद उत्साहित हो रहे हैं. यह मैं नहीं कह रहा हूं, आप लोग कह रहे हैं. अगर ऐसी कोई बात होती है तो उसकी सबसे पहले आपको जानकारी दूंगा.'' कांग्रेस नेता ने बड़े बदलाव को लेकर पुष्‍ट‍ि नहीं की, लेक‍िन इससे साफ इनकार भी नहीं क‍िया है.  


'45 वर्षों तक की कांग्रेस और देश की सेवा'


उधर, मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ के बेहद करीबी नेता सज्जन सिंह वर्मा का कहना है क‍ि राजनीति में तीन चीजें सम्मान, अपमान और स्वाभिमान का खास महत्‍व है, जब इन पर चोट होती है तो व्यक्ति अपने फैसले बदल लेता है. उनका कहना है क‍ि इतना बड़े राजनेता ज‍िन्‍होंने 45 वर्षों तक कांग्रेस और देश के लिए बहुत कुछ किया है, अगर वो पार्टी से अलग होने की सोचते हैं तो इसके पीछे ये 3 कारक काम करते हैं. 


'पूर्व सीएम कमलनाथ का हुआ अपमान' 


समाचार एजेंसी एएनआई के मुताब‍िक, कमलनाथ के करीबी सज्जन सिंह वर्मा ने संकेत दिया कि उनके बॉस का अपमान हुआ है. उन्होंने कहा कि उनके नेता के आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है. हालांकि, उन्होंने इस बात का भी दावा क‍िया क‍ि कांग्रेस नेता कमलनाथ ने पूरी तरह से कांग्रेस को छोड़ने को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं लिया है. उन्होंने कहा क‍ि कमलनाथ पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं हुआ है, सिर्फ अटकलें लगाई जा रही हैं. 


राज्यसभा के लिए अशोक सिंह के नाम की घोषणा से बड़ी नाराजगी  


माना जा रहा है कि राज्यसभा के लिए अशोक सिंह के नाम की घोषणा से भी कमलनाथ नाराज चल रहे हैं. अशोक सिंह को मध्‍य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का बेहद करीबी माना जाता है. उनकी नाराजगी की एक बड़ी वजह यह भी मानी जा रही है क‍ि कमलनाथ राज्यसभा सीट की दावेदारी चाहते थे.


विधानसभा चुनाव के बाद अध्‍यक्ष पद से भी हटाए गए


वहीं, पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के हाथों कांग्रेस को म‍िली करारी हार के बाद छिंदवाड़ा सीट से मौजूदा विधायक कमलनाथ को मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्‍यक्ष पद से भी हटा दिया गया था और मध्‍य प्रदेश व‍िधानसभा में नेता प्रत‍िपक्ष का पद भी नहीं द‍िया गया. 


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