नई दिल्लीः मध्यप्रदेश में इस साल होने वाले चुनावों के बाद सीएम की कुर्सी पर कौन बैठेगा इसको लेकर सियासी हलकों में आज कयास लगाए जाने लगे. एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सीएम की कुर्सी पर दिए एक बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा गर्म हो चली कि मध्यप्रदेश के अगले सीएम के तौर पर शिवराज सिंह चौहान का नाम पूरी तरह तय नहीं है.

दरअसल इन सारी बातों की शुरुआत तब हुई जब झाबुआ में एक कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दुनिया में कुछ भी परमानेंट नहीं है. कुर्सी की तरफ इशारा करते हुए सीएम शिवराज बोले, मैं तो जा रहा हूं सीएम की कुर्सी पर कोई भी बैठ सकता है. मुख्यमंत्री का ये बयान काफी चर्चा में रहा और कुछ लोग तो बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव कैलाश विजयवर्गीय को एमपी के अगले सीएम के दावेदार के रूप में पेश करने लगे. मामला यहां तक बढ़ गया कि कैलाश विजयवर्गीय को भी सामने आकर सफाई देनी पड़ी.

कैलाश विजयवर्गीय को ट्वीट कर कहना पड़ा कि मध्यप्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चल रही सभी खबरें पूर्णतः असत्य हैं, और अफवाह मात्र हैं. प्रदेश में आगामी चुनाव, माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के नेतृत्व में ही लड़े जाएंगे.

आज शिवराज के कुर्सी वाले बयान के कई राजनीतिक मायने निकाले जाने लगे. कांग्रेस ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान ने अपने भविष्य की बात तो नहीं कर दी कि वे अब सत्ता में नहीं लौट पाएंगे. कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा था कि शिवराज को हकीकत समझ आने लगी है. चुनाव होने में अभी समय है लेकिन वे अभी से हताश होने लगे हैं.

हालांकि कांग्रेस की तरफ से कही जा रही बातों पर प्रतिक्रिया भी दे दी है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'कार्यक्रम में मेरे लिए आरक्षित रखी गई कुर्सी को ले कर थोड़ा सा मज़ाक़ क्या कर लिया. कुछ मित्र अत्यंत आनंदित हो गए! चलो, मेरा आनंद व्याख्यान में जाना सफल हो गया.'