Justice Sanjiv Khanna: जस्टिस संजीव खन्ना हो सकते हैं देश के अगले मुख्य न्यायाधीश, चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने भेजी उनके नाम की सिफारिश
Justice Sanjeev Khanna: अगर सरकार चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की सिफारिश को स्वीकार कर लेती है, तो जस्टिस खन्ना 11 नवंबर से सीजेआई बनेंगे. उनका कार्यकाल लगभग 6 महीने का होगा.
Justice Sanjiv Khanna: जस्टिस संजीव खन्ना देश के अगले मुख्य न्यायाधीश बन सकते हैं. मौजूदा चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट के दूसरे वरिष्ठतम जज जस्टिस संजीव खन्ना को इस पद पर नियुक्त करने की सिफारिश केंद्र सरकार को भेज दी है. चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ 10 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. अगर सरकार उनकी सिफारिश को स्वीकार कर लेती है, तो जस्टिस खन्ना 11 नवंबर से चीफ जस्टिस बनेंगे. वह 13 मई 20025 को रिटायर होंगे. इस तरह उनका कार्यकाल लगभग 6 महीने का होगा.
1983 में वकालत की प्रैक्टिस शुरू करने वाले जस्टिस खन्ना 2005 में दिल्ली हाई कोर्ट के जज बने. जनवरी 2019 में वह सुप्रीम कोर्ट के जज नियुक्त हुए. उन्हें आपराधिक, सिविल, टैक्स और संवैधानिक कानूनों का बड़ा जानकार माना जाता है. उनका एक परिचय यह भी है कि वह ऐतिहासिक रूप से प्रसिद्ध जज जस्टिस हंस राज खन्ना के भतीजे हैं.
जस्टिस एच आर खन्ना इमरजेंसी के दौरान 5 जजों की बेंच के इकलौते जज थे जिन्होंने कहा था कि नागरिकों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता का मौलिक अधिकार इमरजेंसी में भी बाधित नहीं किया जा सकता. माना जाता है कि इस कारण से बाद में तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार ने उन्हें चीफ जस्टिस नहीं बनने दिया था.
जस्टिस संजीव खन्ना ने अब तक लिए हैं कई बड़े फैसले
जस्टिस संजीव खन्ना ने सुप्रीम कोर्ट में अपने अब तक के कार्यकाल में कई बड़े फैसले दिए हैं. उन्होंने दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए अंतरिम जमानत दी. मनीष सिसोदिया को बेल देते समय यह कहा कि PMLA कानून के सख्त प्रावधान किसी को बिना मुकदमा लंबे समय तक जेल में बंद रखने का आधार नहीं हो सकते.
उन्होंने VVPAT और EVM के 100 फीसदी मिलान की मांग ठुकराई. वह इलेक्टोरल बॉन्ड को असंवैधानिक करार देने वाली बेंच के सदस्य रहे. उन्होंने यह फैसला भी दिया कि अगर किसी शादी को जारी रखना असंभव हो, तो सीधे सुप्रीम कोर्ट अपनी विशेष शक्ति का इस्तेमाल कर तलाक का आदेश दे सकता है.
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