Justice Abhijeet Ganguly:लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद पूरे देश में सियासी दंगल शुरू हो गया है. पूरे देश के साथ पश्चिम बंगाल में लड़ाई इसलिए भी दिलचस्प है क्योंकि विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस सूबे की सभी 42 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं.


इस बीच राज्य में कई ऐसी लोकसभा सीटें हैं जिन पर सियासी लड़ाई पर पूरे देश की निगाहें टिक गई हैं. ऐसी ही एक सीट है पूर्व मेदिनीपुर की तमलुक लोकसभा सीट. इस पर कलकत्ता हाई कोर्ट से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए पूर्व जस्टिस अभिजीत गांगुली को उम्मीदवार बनाया गया है. 


तमलुक सीट पर पूर्व जस्टिस अभिजीत गांगुली बनाम देवांशु भट्टाचार्य 


रविवार (24 मार्च) रात बीजेपी की ओर से जारी देश भर के 111 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की सूची में पूर्व जस्टिस गांगुली का भी नाम है. राज्य में बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार समेत तमाम मामलों में सीबीआई जांच समेत अन्य कड़े फैसले देकर सुर्खियों में आए पूर्व जस्टिस अभिजीत गांगुली का मुकाबला यहां सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कैंडिडेट देवांग्शु भट्टाचार्य से होना है. देवांग्शु तृणमूल कांग्रेस के चर्चित नेताओं में से हैं. वह पार्टी के प्रवक्ता रहे हैं और 2021 के विधानसभा चुनाव के समय तृणमूल कांग्रेस का जो चर्चित नारा था "खेला होबे", वह उन्होंने ही दिया था. वह सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ सीएम के भतीजे अभिषेक बनर्जी के भी खासम खास हैं. 


अधिकारी परिवार का गढ़ है तमलुक


बता दे की तमलुक इलाका बंगाल भाजपा के विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के परिवार का गढ़ है. इसलिए जस्टिस गांगुली की जीत की उम्मीद बढ़ गई है. 2019 के लोकसभा चुनाव के समय शुभेंदु अधिकारी तृणमूल कांग्रेस में थे, इसलिए इस सीट पर तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर उनके भाई दिव्येंदु अधिकारी जीते थे. अब दिव्येंदु भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं. 


क्या है 2019 का जनादेश


तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर दिव्येंदु अधिकारी को 2019 के लोकसभा चुनाव में 7 लाख 24 हजा 433 वोट मिले थे. तब बीजेपी के सिद्धार्थ नस्कर को पांच लाख 34 हजा 268 वोट मिबीदेपी. सीपीआई (एम) के एसके. इब्राहीम अली को एक लाख 36 हजार 129 वोटो से संतोष करना पड़ा था. इस बार पूर्व जस्टिस अभिजीत गांगुली दिव्येंदु अधिकारी के रिकार्ड को तोड़ पाते हैं या नहीं, यह देखने वाली बात होगी.


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