नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र हॉस्टल फीस बढ़ोतरी के विरोध में सोमवार को दिनभर प्रदर्शन करते रहे. सोमवार सुबह ही छात्रों ने जेएनयू कैंपस से विरोध मार्च निकाला और शाम तक छात्र अरबिंदो मार्ग पर धरने पर डटे रहे. इस दौरान छात्रों पर दो बार पुलिस ने बल प्रयोग किया जिसके बाद उन्हें वहां से तितर-बितर कर दिया गया. छात्रों के 9 घंटे से अधिक समय तक हुए प्रदर्शन की शुरुआत सुबह 9:30 बजे से हुई जो देर शाम लगभग 7:30 बजे तक जारी रहा. छात्रों का कहना है कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती तब तक हम आंदोलन जारी रखेंगे.


दो हजार से ज्यादा पुलिस कर्मी रहे तैनात


पुलिस का कहना है कि आज दिनभर छात्रों से जूझने में अर्ध सैनिक बलों और दिल्ली पुलिस के लगभग दो हजार से ज्यादा जवान उलझे रहे. इस बीच पुलिस ने यह भी कहा है कि छात्रों को पहले ही यह बता दिया गया था कि वे संसद की तरफ न जाएं. इसके बावजूद छात्रों ने निर्देशों का उल्लंघन किया. जिसकी वजह से लगभग 100 से ज्यादा छात्रों को पुलिस द्वारा डिटेन भी किया गया है. हालांकि, देर शाम में सभी को छोड़ दिया गया. पुलिस का कहना है कि अर्धसैनिक बलों की 10 कंपनियों के अलावा दिल्ली पुलिस के 800 कर्मचारी इस धरने के दौरान ड्यूटी पर रहे हैं.


छात्रों के प्रदर्शन से ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ी 


छात्रों के इस प्रदर्शन का नुकसान आम लोगों को झेलना पड़ा. आज सोमवार का दिन होने की वजह से हफ्ते का पहला वर्किंग डे था. इस कारण लोगों को परेशानी हुई. छात्रों को रोकने के लिए पुलिस ने जेएनयू के आसपास मौजूद नेल्सन मंडेला मार्ग और उससे जुड़े मार्गों को ट्रैफिक के लिए बंद करा दिया. इस वजह से दक्षिणी दिल्ली से आने-जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. दोपहर होते-होते छात्रों ने संसद भवन की तरफ कूच करना शुरू किया और पुलिस ने उन्हें किसी तरीके से अरविंदो मार्ग पर रोका.


सभी को जोर बाग के नजदीक सफदरजंग मकबरे के पास एकत्रित किया गया. इसकी वजह से एक तरफ का पूरा मार्ग ट्रैफिक के लिए रुक गया. दोपहर से ही नई दिल्ली और मध्य दिल्ली के कई इलाकों में यातायात प्रभावित होने लगा, क्योंकि दिल्ली पुलिस ने कई मार्गों को डाइवर्ट कर दिया था. इतना ही नहीं पुलिस ने एहतियात के तौर पर दिल्ली मेट्रो से नई दिल्ली के बीच कुछ मेट्रो स्टेशनों को भी बंद करवा दिया था ताकि छात्र मेट्रो के इस्तेमाल से सांसद भवन तक न पहुंच पाए.


छात्रों ने कहा जारी रखेंगे विरोध


छात्रों की मांग है कि फीस बढ़ोतरी से सभी वर्ग के छात्रों पर फर्क पड़ेगा. महंगी शिक्षा से शिक्षा छात्रों से दूर होगी. इसलिए जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती वह आंदोलन जारी रखेंगे. छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि दोपहर के समय दिल्ली पुलिस ने जो लाठीचार्ज किया था उसकी वजह से कुछ छात्रों को चोटें आई हैं. छात्रों के सिर में भी चोट लगी है. छात्रों का कहना है कि शाम में जब अरबिंदो मार्ग से छात्रों को बल पूर्वक हटाया गया तो कुछ फीमेल छात्रों के साथ बदतमीजी की गई है. हालांकि, पुलिस का कहना है कि हमने छात्राओं को हटाने के लिए महिला पुलिसकर्मियों का ही सहारा लिया है.


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