रांची: झारखंड सरकार ने एक महत्वपूर्ण फैसले में लंबे समय से कई समुदायों की चल रही मांग को पूरा करते हुए भोजपुरी, मैथिली, मगही एवं अंगिका को राज्य की दूसरी भाषा का दर्जा दे दिया. सीएम रघुवर दास की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस बात का फैसला लिया गया.


मंत्री परिषद की बैठक में मगही, भोजपुरी, मैथिली और अंगिका को झारखंड राज्य की द्वितीय भाषा घोषित करने के लिए बिहार राजभाषा (झारखंड संशोधन) अध्यादेश 2018 के प्रारूप को स्वीकृति दी गई.


इससे पूर्व राज्य में उर्दू, संथाली, मुंडारी, हो समेत 12 भाषाओं को द्वितीय राजभाषा का दर्जा दिया जा चुका है.