नई दिल्ली: विदेशी मुद्रा की कथित तौर पर भारत से बाहर तस्करी करने की कोशिश के मामले में गिरफ्तार की गयी जेट एयरवेज की एयरहोस्टेस और एक एजेंट दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. ये राशि तीन करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की थी. लाखों डॉलर के साथ डीआरआई ने हवाला रैकेट का पर्दाफाश किया है. पैसे पहुंचाने का काम खुद विमान की एक एयर होस्टेस कर रही थी. दिल्ली के ही रहने वाले एक ट्रैवल एजेंट के इशारे पर विदेशी करेंसी को हांगकांग पहुंचाने वाली थी. लेकिन डीआरआई ने ऐन फ्लाइट के टेक ऑफ से पहले ही एयर होस्टेस को रंगे हाथों पकड़ लिया.

डीआरआई यानी डिपार्टमेंट ऑफ रिवेन्यू इंटेलीजेंसके मुताबिक 7-8 जनवरी की रात एक खुफिया और सटीक जानकारी मिली. जिसके आधार पर डिपार्टमेंट के अधिकारी फौरन दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गए. जब फ्लाइट हांगकांग के लिए उड़ने ही वाली थी एयर होस्टेस को रंगे हाथों डॉलर की इस खेप के साथ पकड़ लिया गया. एयर होस्टेस हॉन्गकॉन्ग जाने वाली फ्लाइट की क्रू मेंबर है. उसके पास से 4 लाख 80 हजार डॉलर यानी 3 करोड़ 20 लाख रुपये पकड़े गए. डीआरआई ने कहा, ‘‘अपने स्वैच्छिक बयान में उसने उक्त जब्ती की बात कबूल की है. इसके साथ उसने जब्त और बरामद की गयी विदेशी मुद्रा की तस्करी के संबंध में नंबर 2 (मल्होत्रा) का नाम भी लिया.’’

लेकिन जब एयर होस्टेस रंगे हाथ पकड़ी गई तो अनजान बनने लगी. उसे पता ही नहीं था कि उसके पास कितने डॉलर हैं. एयर होस्टेस ने अपने एक बॉक्स में एल्युमीनियम फॉयल में लपेट कर डॉलर रखे थे. डीआरआई के अधिकारी ने एक-एक कवर को हटाकर तलाशी की और साथ ही एयर होस्टेस से सवाल भी पूछते रहे.

आरोपी एयर होस्टस एल्मुनियम फॉयल में बांधकर डॉलर इसलिए रखती थी ताकि वो एयरपोर्ट पर लगी एक्स-रे मशीन को धोखा दे सके. वह जानबूझकर अपने बैग में विदेशी करेंसी के ऊपर अपना मेकअप किट रख लेती थी. जिससे जांच अधिकारियों को धोखा हो जाता कि वो चॉकलेट या फिर खाने का कोई दूसरा सामान ले जा रही है.

आमतौर पर एयर होस्टेस या केबिन क्रू मेंबर के लिए बॉडी फ्रिस्किंग यानी शारीरिक तौर पर जांच नहीं होती. बस कस्टम अधिकारियों को अपने साथ ले जा रहे नकद, ज्वैलरी और इलेक्ट्रॉनिक सामान के बारे में जानकारी देनी होती है.

जेट एयरवेज की एयर होस्टेस से पूछताछ के बाद इस खेल के मास्टरमाइंड को भी गिरफ्तार किया गया. जिसका नाम अमित मल्होत्रा है जो इस क्रू मेंबर को हवाला का पैसा देता था. आरोपी महिला उसे विदेशों में पहुंचाने का काम करती थी.

अमित मल्होत्रा एक ट्रैवल एजेंसी चलाता है जिसकी आड़ में हवाला रैकेट चला रहा था. एयर होस्टस अगस्त 2017 से अमित मल्होत्रा के संपर्क में थी. अमित मल्होत्रा करीब 15 कारोबारियों के संपर्क में था जिनका पैसा विदेशों में ठिकाने लगाता था. अमित मल्होत्रा ने एयर होस्टेस से एक फ्लाइट के दौरान ही दोस्ती की थी. उसे एक डॉलर के बदले एक रुपये का कमीशन मिलता था यानी जितना डॉलर उतने रुपये. जेट एयरवेज में 4 लाख 80 हजार डॉलर को पकड़ा गया है. मतलब एयर होस्टेस को 4 लाख 80 हजार रुपये कमीशन मिलते.

आरोपी हवाला सप्लायर अमित मल्होत्रा दिल्ली के झिलमिल इलाके में रहता है. गिरफ्तारी के बाद उसके घर पर सन्नाटा है. उसकी पत्नी और परिवार ने मीडिया से बात करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई. सूत्रों के मुताबिक अमित पिछले एक साल से हवाला ऑपरेटर का धंधा चला रहा है. एयर होस्टेस भी 2 महीने में 5 बार से ज्यादा उसके दिए गए पैसे को विदेशों में पहुंचा चुकी है.