Jammu Kashmir Crime: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उधमपुर के मजदूर दीपक कुमार की हत्या के मामले को सुलझाने का दावा किया है. साथ ही पुलिस ने कथित तौर पर हत्या में शामिल जैश-ए-मोहम्मद के पांच आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है. दीपक कुमार को तीन हफ्ते पहले दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग इलाके में एक पार्क के पास अज्ञात आतंकवादियों ने मार दिया था.


गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सेहरान बशीर नदफ, उबैद नजीर लैगरू, उमेर अमीन थोकर, वाघमा निवासी वाची शोपियां के हुजैफ शब्बीर भट और वेंटेंग मोहल्ला बिजबेहरा के नासिर फारूक शाह के रूप में हुई है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों के पास से एक एके-47, एक मैगजीन और 40 राउंड के अलावा मैगजीन के साथ दो पिस्टल, 14 कारतूस, तीन हथगोले, सात मोबाइल फोन और हमले में इस्तेमाल स्कूटी बरामद हुई है.


पार्क में मारी गोली
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दक्षिण कश्मीर के डीआईजी रईस मोहम्मद भट ने कहा कि 29 मई की शाम को स्कूटी पर सवार अज्ञात बंदूकधारी जीएमसी अनंतनाग के पास पार्क में पहुंचे. उन्होंने उधमपुर के रहने वाले मजदूर दीपक कुमार उर्फ दीपू पर अवैध हथियारों से फायरिंग कर दी. फायरिंग में दीपक गंभीर रूप से घायल हो गया. मनोरंजन पार्क के मजदूरों ने दीपक को जीएमसी अनंतनाग अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.


विशेष जांच दल का गठन
दीपक को गोली मारने के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए. खबर मिलते ही पुलिस ने विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया. वहीं, पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए 30 मई को एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया. एसआईटी जांच के दौरान, पुलिस को पता चला कि शिरपोरा देवा कॉलोनी के सेहरान बशीर नदाफ और शिरपोरा न्यू कॉलोनी के उबैद नजीर लैगरू नाम के दो शख्स लापता हो गए हैं. यह क्षेत्र घटना स्थल के करीब स्थित है, जिससे हत्या में उनकी संलिप्तता का संदेह गहरा हो गया.


संदिग्धों ने पूछताछ में किए खुलासे 
जांच के दौरान, 6 जून को सुरक्षा बलों ने सेमथन-तुलखान क्रॉसिंग पर नाका चेकिंग के दौरान दो संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा. पकड़े गए संदिग्धों के खुलासे से मामले में बड़ी सफलता मिली और केस में शामिल आरोपियों की पहचान की गई. संदिग्धों के खुलासे से हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार, गोला बारूद और स्कूटी बरामद कर ली गई.


पाकिस्तानी आतंकी के कहने पर हत्या की 
डीआईजी रईस ने कहा, गिरफ्तार आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे कश्मीर फ्रीडम फोर्स (KFF) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) संगठन के ऑफ-शूट से जुड़े थे और पाकिस्तान में रह रहे आतंकी हैंडलर खालिद कामरान के आदेश पर हत्या को अंजाम दिया था. 


डीआईजी ने कहा कि मामले की आगे की जांच में अन्य आरोपियों की पहचान कर ली गई है, इन्होंने हत्या के लिए हथियार मुहैया करवाने में मदद की थी. इसके बाद तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने कहा कि गिरफ्तारियों और उनसे हथियारों के बरामद किए जाने के साथ में पुलिस ने हत्या के केस को सुलझा लिया है.


डीआईजी दक्षिण कश्मीर ने कहा कि आगे की जांच चल रही है और आने वाले दिनों में और खुलासे होने की उम्मीद है. पुलिस अभी भी गिरफ्तार किए गए जैश के आतंकवादियों की ओर से दी गई जानकारी का विश्लेषण कर रही है.


ये भी पढ़ें: Manipur Violence: 'सेंट्रल फोर्स तैनात थी, लेकिन...', केंद्रीय मंत्री के घर पर हमले को लेकर बोलीं ममता बनर्जी, कांग्रेस ने भी किए सवाल