श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में जहां एक तरफ वैक्सीनेशन का काम ज़ोरों से चल रहा है और पूरे प्रदेश में 45 साल से ज़ायदा उम्र के 73 फीसदी से ज़्यादा लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. तो वहीं दूसरी तरफ उत्तरी कश्मीर के सरहदी ज़िले कुपवाड़ा से चिंताजनक आंकड़े सामने आए हैं. इस ज़िले में अभी तक सिर्फ 38 फीसदी लोगों का ही वैक्सीनेशन हो सका है.
कुपवाड़ा के तीन तहसील - कुपवाड़ा, हंदवाड़ा और करनाह में सबसे कम वैक्सीन सरहदी इलाकों माछिल, केरन, तंगदार में लगे हैं. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पहले मौसम की खराबी और फिर अब वैक्सीन को लेकर उड़ने वाली अफवाहों से वैक्सीनेशन का काम बुरी तरह प्रभावित हुआ. अब प्रदेश के 20 जिलों में वैक्सीनेशन के मामले में फिसड्डी बन कर खतरे की घंटी बजा रहा है.
कुपवाड़ा के ज्यादातर इलाकों में अभी भी रस्ते बर्फ से पटे हुए हैं और मई महीने में कई दूरदराज़ के इलाकों से बर्फ हटा कर सड़कों को यातायात योग्य बनाया गया. सड़क संपर्क ना होने के चलते कुपवाड़ा में मई महीने में भी वैक्सीनेशन का काम सुस्त रहा, जिसके चलते ही आज संकट की स्थिति है.
कुपवाड़ा के जुमगुंड इलाके में सड़क संपर्क आठ महीने बाद मई महीने में खुला तो स्थानीय लोगों की तरफ से पहली मांग कोरोना वैक्सीन और डॉक्टरों की नियुक्ति ही थी. ऐसे ही पूरे सरहदी क्षेत्र में दर्जनों इलाकों में अभी भी प्रशासन नहीं पहुंच सका है.
लेकिन अब जिला प्रशासन ने वैक्सीन का काम तेज़ी से पूरा करने का बेड़ा उठाते हुए सरहदी इलाकों में घर घर जाकर वैक्सीन लगाने का काम शुरू किया है. स्वास्थ्य कर्मियों को घर घर और खेतो में जाकर वैक्सीन लगाने का आदेश दिया गया है.
कुपवाड़ा के डिप्टी कमिश्नर इमामुद्दीन के अनुसार जहां मई में कुपवाड़ा में संक्रमण की दर 9.5 फीसदी तक पहुंच चुकी थी, लेकिन अब यह घाट कर 5 प्रतिशत तक आ चुकी है. इसीलिए प्रशासन का ज़ोर अब वैक्सीनेशन के काम पर लगाया गया है और 15 जून तक 50 फीसदी और 29 जून तक 100 फीसदी लोगों को वैक्सीन की पहली डोज़ देने का टारगेट रखा गया है.
जम्मू कश्मीर के 20 जिलों में से कुपवाड़ा, वैक्सीनेशन के मामले में सबसे नीचे है. जहां तीन जिलों- शोपियां, जम्मू और गांदरबल में 45 साल से ज़्यादा उम्र श्रेणी में 100 फीसदी वैक्सीनेशन हो चुका है, तो साम्बा और बांदीपोर में 98 और 85 फीसदी लोगों में वैक्सीनेशन का काम पूरा हो गया है.
आठ जिलों में 70 से 80 फीसदी लोगों को वैक्सीन लगाया गया है और दो जिलों पुलवामा और अनंतनाग में 64-66 प्रतीशत लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं. श्रीनगर में 48 फीसदी लोगों को वैक्सीन लगाई गई है, लेकिन कुल मात्रा बाकी सभी जिलों से ज़्यादा है.