श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन को प्रशासन ने आज रिहा कर दिया. उनकी रिहाई करीब एक साल बाद हुई है. रिहा होने के बाद उन्होंने कहा कि मैं जल्द ही कुछ साझा करूंगा.


रिहा होने के बाद सज्जाद लोन ने ट्विटर पर लिखा, ''आखिरकार एक साल पूरे होने से पांच दिन पहले मुझे बताया गया है कि मैं आजाद हूं. कितना कुछ बदल गया है, मैं भी बदला हूं. जेल का यह नया अनुभव नहीं था, लेकिन पहले वाले शारीरिक प्रताड़ना वाले थे, लेकिन ये वाला मानसिक तौर पर थका देने वाला था. उम्मीद कर रहा हूं जल्दी बहुत कुछ साझा करूंगा.''






लोन की रिहाई के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा, ''सुनकर अच्छा लगा कि सज्जाद लोन को अवैध नजरबंद से रिहा कर दिया गया है. उम्मीद है कि इसी तरह अवैध नजरबंदी में बंद दूसरे लोगों को भी रिहा किया जाएगा.''






मोदी सरकार ने पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 को हटाने का एलान किया था. साथ ही जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांटने का फैसला लिया था. इसी के मद्देनजर कई नेताओं को हिरासत में लिया गया था. अब सज्जाद लोन को रिहा कर दिया गया है.


इससे पहले बड़े नेताओं में फारुक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला को रिहा गया था. पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अभी भी हिरासत में हैं. विपक्षी पार्टियां सभी नेताओं को रिहा करने की मांग करती रही है.


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