सेना ने कश्मीर घाटी में प्रशासन की मदद के लिए कदम उठाते हुए एक अस्थाई कोविड-19 अस्पताल की स्थापना की है. जहां 250 से ज्यादा मरीज़ो का इलाज हो सकेगा. बडगाम ज़िले में जम्मू कश्मीर लाइट इंफंटरी (JAKLI) के रेजिमेंटल सेंटर में यह अस्पताल बन कर तैयार हो गया है. प्रदेश सरकार के अधिकारियों के अनुसार मई महीने के आखिर तक जम्मू-कश्मीर में कोरोना का "पीक" आने की सम्भावना है. 


सेंटर के स्टेशन कमांडर ब्रिगेडियर सुमेश सेठ के अनुसार कश्मीर जोन के डिविजनल कमिश्नर और बडगाम के डिप्टी कमिश्नर के आग्रह पर सेना ने सिथान्य प्रशासन की मदद के लिए यह कदम उठाया है. इस फैसिलिटी में 250 कोरोना मरीज़ो के उपचार की सुविधाएं रखी गयी हैं. 


अस्थाई अस्पताल JAKLI रेजिमेंटल सेंटर में जवानों और अफसरों के लिए बनाये गए रेजिडेंशियल बिल्डिंग में बनाया गया है और यहां पर 20 ICU बेड, हाई फ्लो ऑक्सीजन और उपचार में काम आने वाले अन्य सामान और एक हाई वॉल्यूम टेस्टिंग लेबोरेटरी भी बनायीं गयी है.  


सेंटर भले ही सेना के कैंप में बनाया गया हो लेकिन यहां पर मरीज़ो को प्रदेश स्वस्थ विभाग के ज़रिए ही भेजा जाएगा. प्रदेश के विभिन अस्पतालों में मरीज़ो की संख्या बढ़ जाने पर प्रशासन इनको सेना के कैंप तक पहुंचागा, जहाँ से सेना फिर अपने आप उनको अस्पताल लाने और उपचार की सुविधा प्रधान करेगी. 


हालांकि सेंटर में स्वस्थ विभाग के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ भी तैनात किये गए हैं. लेकिन उनकी मदद के लिए सेना भी अपने यहां के डॉक्टर और TECHNICIAN उपलब्ध कराएगी. लेकिन सेना अब इस अस्पताल में एक ऑक्सीजन प्लांट लगाने की मांग कर रही है ताकि फुल-कैपेसिटी पर भर्ती होने पर सभी मरीज़ो का उपचार अच्छे से हो पाए.  


जम्मू कश्मीर में जारी कोरोना की दूसरी लहर के बीच बड़ी संख्या में मरीज़ो का अस्पताल आने का सिलसिला जारी है. कश्मीर घाटी में 2600 से ज़ायदा ऑक्सीजन बेड में से 90 प्रतिशत से ज़ायदा भर गए हैं और आशंका है कि आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में मरीज़ आने से यहां भी दिल्ली, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र जैसा हाल बन सकता है.  


इसीलिए अब स्थानीय प्रशासन ने सेना की मदद ली है और ये पहला 250 बेड का अस्पताल तैयार किया है. आने वाले 10 दिनों में DRDO की मदद से बडगाम में ही 500 बेड का एक और कोविड अस्पताल बन जाएगा, जिस पर इस समय काम जारी है.  


जम्मू कश्मीर में पिछले 24 घंटो में रिकॉर्ड 4650 नए मामले सामने आये थे और कोरोना के कारन 47 लोगों की जान गयी. इस समय भी प्रदेश में 37 हज़ार से ज्यादा एक्टिव मामले हैं और यह आंकड़ा हर गुज़रते दिन के साथ बढ़ता ही जा रहा है.