Jammu-Kashmir: जम्‍मू-कश्‍मीर में सक्र‍िय आतंकवाद‍ियों को मार ग‍िराने और उनको निष्‍प्रभावी करने के लिए सुरक्षाबल पूरी तरह से मुस्‍तैद हैं. भारतीय सेना के साथ-साथ दूसरी पैराम‍िल‍िट्री फोर्सेज और जेके पुल‍िस भी ज्‍वाइंट ऑपरेशनों के जर‍िये आतंकवाद‍ियों पर नकेल कसने का अभ‍ियान छेड़े हुए हैं. बीते साल 2023 में सुरक्षाबलों ने जम्‍मू-कश्‍मीर में अलग-अलग मुठभेड़ों में 22 स्थानीय आतंकवादियों और 50 विदेशी आतंकवादियों सहित कुल 72 आतंकवादियों को मार गिराया है. इसकी जानकारी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने दी है. 

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताब‍िक, जम्मू-कश्मीर में अब तक 30 स्थानीय आतंकवादियों और 61 विदेशी आतंकवादियों सहित कुल 91 आतंकवादी सक्रिय हैं. हालांकि, 2022 में कुल 135 आतंकवादी सक्रिय थे, जिनमें 50 स्थानीय आतंकवादी और 85 विदेशी आतंकवादी शामिल थे. ज्यादातर सक्रिय आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के साथ जुड़े हैं. 

'2023 में 89 आतंकी मॉड्यूल का क‍िया भंडाफोड़'   जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन ने भी दो द‍िन पहले ही 30 द‍िसंबर को कहा था क‍ि बीते साल 2023 में आतंकवादियों के लिए काम करने वाले 291 ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) को भी गिरफ्तार किया गया, जबकि 89 आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया. 

'बीते साल नागरिक हत्याओं में कमी आई' 

उनका कहना है क‍ि हम एक बहुत ही ऐतिहासिक दौर से गुजर रहे हैं. आतंकी संगठनों में शामिल होने वाले युवाओं की संख्या में कमी आई है. आतंकवादी रैंकों में युवाओं की भर्ती में 80 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जो 2022 में 113 से घटकर 2023 में 22 हो गई है. आतंकवादियों की ओर से की जाने वाली नागरिक हत्याओं में भी कमी आई है. साल 2022 में 31 से घटकर 2023 में यह 14 दर्ज की गई. 

'आतंकवाद से संबंधित अपराधों में आई 60 फीसदी की गिरावट'  

डीजीपी का कहना है, ''आतंकवाद से संबंधित अपराधों में 60 फीसदी की गिरावट आई है जोक‍ि 2022 के मुकाबले 2023 में 125 से घटकर 46 दर्ज की गई. आतंक से संबंधित घटनाओं की फ्रीक्‍वेंसी में भी कमी र‍िकॉर्ड की गई. बीते साल 2023 में एक बड़ी बात यह भी रही क‍ि अलगाववादियों की ओर से कोई 'हड़ताल' नहीं बुलाई.  

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