दिल्ली: जामिया मिलिया इस्लामिया बड़े पैमाने पर सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए वर्चुअल एमफिल/पीएचडी वाइवा वाइस (मौखिक परीक्षाएं) और पीएचडी प्री सबमिशन के काम जारी रखे हुए हैं. जामिया देश के उन संस्थानों में शामिल है, जिसने एमफिल/पीएचडी वाइवा वॉइस ऑनलाइन शुरू किया है.
कोविड-19 महामारी की वजह से कक्षाओं में पढ़ाई का काम रूक गया है, तब से विश्वविद्यालय ने 76 पीएचडी वाइवा वोईस, 5 पीएचडी प्री सबमिशन, 1 एमफिल/पीएचडी वाइवा वोईस, 6 एमफिल विवा वोस और 2 एम.टेक वाईवा वोईस का आयोजन किया है. वाईवा वोईस का आयोजन गूगल मीट पर किया जा रहा है और सभी वाईवा वोईस रिकॉर्ड किए गए हैं, ताकि बाद में इनका सन्दर्भ के तौर उपयोग हो सकें.
ऑनलाइन विवा वोस 11 जून, 2020 से शुरू हुआ और जामिया का सेंटर फॉर इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (सीआईटी) इनके संचालन की सुविधाएं मुहैया करा रहा है. इसके अलावा सीआईटी ने दर्जनों वेबिनार और प्रशिक्षण कार्यक्रम, सीएएस के तहत चयन समितियों, वित्त समिति की बैठकों, कार्यकारी समिति की बैठकों और विश्वविद्यालय की अन्य महत्वपूर्ण आधिकारिक बैठकों के आयोजन में भी मदद की है.
जामिया की कुलपति प्रोफेसर नज़मा अख्तर के दिशानिर्देश पर ऑनलाइन शिक्षण और अन्य गतिविधियां शुरू हुई. उन्होंने कोविड-19 महामारी के चलते पढ़ाई और उससे जुड़े अन्य कार्यों का नुकसान बचाने के लिए आईटी तकनीक के इस्तेमाल पर जोर दिया है.
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