Mal River Accident: पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी (Jalpaiguri) में बुधवार (5 अक्टूबर) की रात बड़ा हादसा हो गया. यहां माल नदी (Mal River) में दुर्गा विसर्जन के दौरान अचानक आई बाढ़ से 7 लोगों की मौत हो गई. इस दौरान लोगों को पानी में बहता देख कुछ युवा तेजी से सैलाब के बीच छलांग लगाते दिखे. उन्होंने जान पर खेलकर लोगों को बचाने की कोशिश की, लेकिन सैलाब के आगे उनकी कोशिश काम नहीं आई. प्रशासन की टीम भी जेसीबी की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई थी. चारों तरफ चीख पुकार होने लगी. अभी भी 30-40 लोग लापता बताए जा रहे हैं.


तो वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों और घायलों के परिवारवालों को मुआवजा देने का एलान किया है. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान हुए दुखद हादसे में प्रत्येक मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये दिए जाएंगे और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे.






सीएम ममता बनर्जी ने भी किया मुआवजे का एलान


इसके अलावा, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि दुर्गा विसर्जन के दौरान जलपाईगुड़ी की मल नदी में अचानक बाढ़ आ गई. इसमें 8 लोगों की जान चली गई. प्रार्थना करती हूं कि उनके परिवारों को इस कठिन समय में शक्ति और सांत्वना मिले. जिन लोगों का इलाज चल रहा है, मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव का काम कर रही हैं. पुलिस, नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों और स्थानीय युवाओं के प्रयासों से लगभग 70 लोगों को बचाया गया. मैं उनकी निस्वार्थ सेवा की सराहना करती हूं. अभी तक किसी के लापता होने की सूचना नहीं मिली है.






इसके अलावा, ममता बनर्जी ने मृतकों के परिजनों को दो लाख और घायलों के परिजनों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी. उन्होंने किसी भी सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं. 03561230780/ 9073936815 इन नंबरों पर मदद मिलने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि आइए हम इस संकट के समय में एक साथ खड़े हों.



अब तक जारी है रेस्क्यू अभियान 


नदी के बीच खड़ी गाड़ी में जो लोग फंसे थे उन्हें जेसीबी की मदद से ही सुरक्षित बाहर निकाला गया. जो लोग पानी के बीच बह गए थे उनमें कुछ लोग काफी दूर जाकर एक टापू पर पहुंच गए, जिन्हें बचाने के लिए प्रशासन की टीम रातभर रेस्क्यू अभियान चलाती रही. एक के बाद एक 40 से ज्यादा लोग पानी में बहते गए.


मातम में बदला उत्सव का माहौल 


थोड़ी देर पहले जहां उत्सव का माहौल था. सैलाब ने उसे पलभर में चीख पुकार में बदल दिया. लोग पानी के प्रचंड प्रहार से बचने की कोशिश में लगे थे. चारों तरफ लोगों के चिल्लाने की आवाज आ रही थी. विसर्जन के कारण यहां भारी भीड़ थी. नदी के दोनों किनारों पर लोगों का जमावड़ा लगा था. हालांकि, प्रशासन की टीम पहले से ही माइक के जरिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रही थी. 
 
ये भी पढ़ें: 


Jammu Kashmir: किश्तवाड़ की रैली के दौरान जब थिरके फारूक अब्दुल्ला, देखें वीडियो


Rainfall: पूर्व से पश्चिम, उत्तर से दक्षिण तक आफत का अलर्ट, पहाड़ी और मैदानी इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी