दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार शाम को हनुमान जयंती के मौके पर भड़की हिंसा मामले में अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में से 14 को रोहिणी कोर्ट में रविवार शाम को पेश किया गया था. 14 में से 12 को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया जबकि दंगे के मुख्य आरोपियों अंसार और असलम को एक दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है. 

लेकिन आरोपी अंसार ने कोर्ट जाते समय हेकड़ी दिखाई. वह बीते दिनों आई तेलुगू फिल्म पुष्पा का सिग्नेचर स्टाइल करता नजर आया. जब वह पोज दे रहा था तो अंसार के चेहरे पर न तो कोई पछतावा था और न ही पुलिस का डर और वह मुस्कुरा रहा था. उसने यह भी कबूला कि वह कसूरवार है.

दिल्ली पुलिस के डॉजियर के मुताबिक मोहम्मद अंसार का जन्म जहांगीरपुरी की झुग्गी बस्ती में ही हुआ. 1980 में पैदा हुआ अंसार कबाड़ी का काम करता है. पुलिस के मुताबिक अपराध से इसका पुराना नाता है. वो जेल की हवा भी खा चुका है. जहांगीरपुरी पुलिस की फाइल में दो बार इसके नाम दर्ज हुए हैं. 

फरवरी 2019 में अंसार को चाकू के साथ गिरफ्तार किया गया था. तब इसके खिलफ आर्म्स एक्ट की धारा लगाई गई थी. दूसरा मामला जुलाई 2018 का है. जब सरकारी कर्मचारी पर हमला करने और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप लगे और मुकदमा दर्ज हुआ था. वह महज चौथी क्लास तक ही पढ़ा है. 

रविवार शाम को जहांगीरपुरी हिंसा के आरोपियों को कोर्ट में पुलिस ने पेश किया और कहा कि 15 अप्रैल को अंसार और असलम को पता चला कि जुलूस निकलने वाला है और तब इन लोगों ने साजिश रची. 

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