India On Pakistan Train Hijacking Allegation: पाकिस्तान की शहबाज सरकार ने बलूचिस्तान में हुई जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैकिंग का आरोप भारत पर लगाया था. इसके बाद विदेश मंत्रालय (MEA) ने शुक्रवार (14 मार्च) को एक बयान जारी कर 'निराधार आरोपों' को खारिज कर दिया और अपने पड़ोसी से 'अपनी आंतरिक समस्याओं' की ओर देखने की सलाह दी.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान अफगानिस्तान से आए कॉल के सबूत पेश करते हुए कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि इसके पीछे भारत का हाथ है. पाक ने भारत पर बलूचिस्तान में अशांति फैलाने का आरोप लगाया और यह दावा किया कि अफगानिस्तान की ओर से आए कॉल इस बात की पुष्टि करते हैं.
पाकिस्तान को अपने अंदर झांकना चाहिए- MEA
MEA के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा, "हम पाकिस्तान की ओर से लगाए गए निराधार आरोपों को दृढ़ता से खारिज करते हैं. पूरी दुनिया जानती है कि वैश्विक आतंकवाद का अड्डा कहां है. पाकिस्तान को अपनी आंतरिक समस्याओं और विफलताओं के लिए दूसरों पर दोष मढ़ने के बजाय अपने अंदर झांकना चाहिए."
अफगानिस्तान ने भी पाकिस्तान को दिया जवाब
अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी पाकिस्तान के दावों को खारिज कर दिया. उसने पाकिस्तान से कहा कि वह बेबुनियाद आरोप लगाने के बजाय अपनी आंतरिक सुरक्षा चिंताओं को दूर करे. अफगानिस्तान ने साफ कहा कि इन आरोपों का कोई आधार नहीं है और पाकिस्तान को अपनी आंतरिक स्थिति पर ध्यान देना चाहिए.
जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैकिंग की घटना
11 मार्च को बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस के हाईजैक होने की घटना में 450 से अधिक यात्री शामिल थे. इस हमले में 58 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 21 यात्री, चार सैनिक और बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के 33 आतंकवादी शामिल थे. पाकिस्तान ने भारत पर BLA जैसे संगठनों का समर्थन करने का आरोप लगाया, लेकिन भारत ने इन आरोपों को दृढ़ता से खंडन किया है. बलूचिस्तान विद्रोह दशकों से जारी है, जो गरीबी, राजनीतिक हाशिए पर होने और अन्य स्थानीय मुद्दों में निहित है. पाकिस्तान लगातार भारत पर इन विद्रोही समूहों का समर्थन करने का आरोप लगाता रहा है, लेकिन भारत ने हर बार इसे खारिज किया है.