ISRO ने कहा, अप्रैल में हो सकता है चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण, महिलाएं भी बन सकती हैं हिस्सा
एबीपी न्यूज, एजेंसी | 11 Jan 2019 01:23 PM (IST)
ISRO अध्यक्ष ने कहा कि अंतरिक्ष एजेंसी ने इसे पहले जनवरी और फरवरी के बीच प्रक्षेपित करने की योजना बनाई थी लेकिन कुछ परीक्षणों के नहीं हो पाने के कारण ऐसा नहीं हो सका.
बेंगलूरू: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष के सिवन ने शुक्रवार को घोषणा की कि भारत के दूसरे चंद्र अभियान चंद्रयान-2 को इस साल अप्रैल में प्रक्षेपित किए जाने की योजना है. इसरो ने इससे पहले कहा था कि चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण इस साल जनवरी से 16 फरवरी के बीच किया जाएगा. 800 करोड़ रुपए की लागत वाला यह अभियान करीब 10 साल पहले प्रक्षेपित किए गए चंद्रयान-1 का उन्नत संस्करण है. सिवन ने संवाददाताओं से कहा, ''जहां तक चंद्रयान 2 के प्रक्षेपण की बात है तो इसके लिए 25 मार्च से मध्य अप्रैल का समय तय किया गया है. संभवत: इसे मध्य अप्रैल में प्रक्षेपित किए जाने का लक्ष्य है.'' उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष एजेंसी ने इसे पहले जनवरी और फरवरी के बीच प्रक्षेपित करने की योजना बनाई थी लेकिन कुछ परीक्षणों के नहीं हो पाने के कारण ऐसा नहीं हो सका. इसरो प्रमुख ने कहा, ''फरवरी के लक्ष्य से चूकने के बाद अगला उपलब्ध लक्ष्य अप्रैल है. अब इसे अप्रैल में प्रक्षेपित करने की योजना है.'' जानें पांच महत्वपूर्ण बातें- 1. गगनयान के साथ जाने वालों को भारत में ट्रेनिंग दी जाएगी. एडवांस ट्रेनिंग के लिए रूस भेजा जा सकता है. 2. अंतरिक्ष में मानव मिशन भेजने वाला भारत दुनिया का चौथा देश होगा. 3. महिलाएं भी इस अंतरिक्ष टीम का हिस्सा बनेंगी. 4. अंतरिक्ष में जानें वाले लोगों का चुनाव भारत से होगा. 5. भारतीय वायु सेना भी चयन टीम का हिस्सा होगी. अंतरिक्ष में इसरो की नई छलांग, अमेरिका समेत दुनिया के आठ देशों के 30 सैटेलाइट किए लॉन्च अखिलेश-मायावती गठबंधन पर बीजेपी और अपना दल ने दिया बड़ा बयान