Chandrayaan 3 Launch Live: चंद्रमा पर कब और कितने बजे होगी चंद्रयान-3 की लैंडिंग? ISRO चीफ एस सोमनाथ ने बताया
Chandrayaan 3 Launch Live Updates: इसरो का मून मिशन 'चंद्रयान 3' चांद के लिए उड़ान भर चुका है.
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ISRO Chandrayaan 3 Live: देश के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई है. चंद्रयान 3 को शुक्रवार (14 जुलाई) को श्रीहरिकोटा स्थित केंद्र से...More
मीडिया से बातचीत के दौरान इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा, ''चंद्रयान 3 एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है... लैंडिंग बहुत महत्वपूर्ण है. जब तक आप नहीं उतरते, आप नमूने नहीं ले सकते, आप इंसानों को नहीं उतार सकते, आप चंद्रमा के आधार नहीं बना सकते, इसलिए आगे की खोज के लिए लैंडिंग एक महत्वपूर्ण कदम है.''
आंध्र प्रदेश में मीडिया से बातचीत के दौरान इसरो प्रमुख ने कहा, ''हमने पहले साल में देखा कि पहले क्या गलती की थी और उसके बाद दूसरे साल में क्या सुधार किया जाए कि ये बेहतर हो. फिर हमने देखा कि और क्या गलती हुई थी क्योंकि कुछ समस्याएं छिपी होती है जो हमने समीक्षा और टेस्ट से पता लगाया. तीसरे साल हमने सभी टेस्टिंग की और अंतिम साल में हमने अंतिम संयोजन और तैयारी की. मैं इस कार्य के लिए पूरी टीम को बधाई देता हूं.''
आंध प्रदेश में मीडिया से बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, ''मोदी सराकर के 9 साल के कार्यकाल में अब हम केवल रॉकेट लॉन्च करने तक ही सीमित नहीं हैं... दुनिया अब नेतृत्व करने के लिए हमारी ओर देख रही है, पहले दुनिया हमें इस तरह नहीं देखती थी.''
चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण के बाद इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने मीडिया को बताया, ''अगर सब कुछ ठीक रहा तो चंद्रयान की 23 अगस्त, शाम 5.47 बजे IST पर चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग होगी.''
चंद्रयान-3 लॉन्च के गवाह बने केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, ''पूरा मिशन स्वदेशी है, यह आत्मनिर्भर भारत के मंत्र पर खरा उतर रहा है. यह आने वाले वर्षों में एक वैश्विक खिलाड़ी के रूप में, एक अग्रणी वैश्विक खिलाड़ी के रूप में भारत की भूमिका को भी दोहराएगा.''
दिल्ली स्थित नेहरू तारामंडल की प्रोग्रामिंग मैनेजर प्रेरणा चंद्रा ने चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण पर कहा, ''चंद्रयान 3 को लेकर इसरो के साथ-साथ सभी भारतीयों में उत्साह था. रॉकेट ने सभी चरणों को पार कर लिया है. यह 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर लैंड करेगा... लैंडिंग के बाद रोवर अपना कार्य शुरु करेगा जो पिछली बार नहीं हो पाया था''
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट किया, ''इसरो को को हार्दिक बधाई ऐतिहासिक चंद्रयान-3 मिशन के सफल प्रक्षेपण के लिए, जो दुनिया के सामने भारत की तकनीकी क्षमताओं को प्रदर्शित करेगा और चंद्र सतह के बारे में हमारी समझ का विस्तार करेगा. यह उल्लेखनीय मिशन हमारे वैज्ञानिकों की प्रतिभा और दृढ़ता का प्रमाण है, जो भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं को लगातार नई ऊंचाइयां दे रहे हैं.''
चंद्रयान-3 के लॉन्च होने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, ''भारत ने अंतरिक्ष अन्वेषण में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित करते हुए चंद्रयान-3 का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया. इसरो टीम और वे सभी लोगों को बधाई जिन्होंने इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए अथक परिश्रम किया. यह अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति के प्रति देश की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है. चंद्र मिशन की सफलता के लिए मेरी शुभकामनाएं.''
आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में पहुंचे स्कूली बच्चों ने चंद्रयान-3 के सफल लॉन्च के बाद खुशी जाहिर की.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने चंद्रयान-3 लॉन्च पर वैज्ञानिकों को धन्यवाद कहा है. उन्होंने ट्वीट किया, ''हमारी सामूहिक खुशी सातवें आसमान पर है! हमारे वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और चंद्रयान-3 मिशन के सफल प्रक्षेपण में शामिल सभी लोगों की जबरदस्त प्रतिभा, समर्पण, कौशल और कड़ी मेहनत को धन्यवाद. इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए हमें आपमें से प्रत्येक पर बेहद गर्व है. कांग्रेस पार्टी की ओर से, हम इसरो की असाधारण टीम के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करते हैं.''
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट किया, ''भारत ने आज चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण के साथ अपनी ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा शुरू की. इसरो के वैज्ञानिकों को मेरी हार्दिक बधाई, उनकी अथक खोज ने आज भारत को पीढ़ियों के लिए एक उल्लेखनीय अंतरिक्ष यात्रा की पटकथा लिखने की राह पर आगे बढ़ाया है.''
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने ट्वीट किया, ''ऐतिहासिक क्षण! भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान-3 चंद्रमा मिशन लॉन्च किया. चंद्रयान-3 एक लैंडर, एक रोवर और एक प्रोपल्शन मॉड्यूल से लैस है, इसका वजन करीब 3,900 किग्रा है.''
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, ''चौथी अंतरिक्ष महाशक्ति बनने की ओर अपना भारत, आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग के लिए इसरो की समस्त टीम को हृदय से बधाई देता हूं. आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में नित नए कीर्तिमान गढ़ते हमारे इस नए मिशन पर दुनियाभर की नजर है. मुझे पूर्ण विश्वास है कि हमारे वैज्ञानिकों की मेहनत सार्थक होगी, लैंडर सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर उतरेगा और भारत के इस कीर्तिमान से चांद के विज्ञान को सारी दुनिया जानेगी. जय हो.''
चंद्रयान-3 के लॉन्च होने पर भारत के पूर्व वैज्ञानिक नंबी नारायणन ने इसरो टीम को बधाई दी है. उन्होंने कहा, ''मैं इसरो टीम को बधाई देता हूं... आशा करते हैं कि हमारे सामने एक बहुत ही सफल मिशन होगा.''
प्रधानमंत्री ने चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग पर ट्वीट कर लिखा, चंद्रयान-3 ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय लिखा है. ये हर भारतीय के सपनों और महत्वाकांक्षाओं की ऊंची उड़ान है. ये महत्वपूर्ण उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है. मैं उनकी भावना और प्रतिभा को सलाम करता हूं!
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर चंद्रयान 3 के सफल प्रक्षेपण पर ISRO को बधाई दी. उन्होंने लिखा, गौरव के क्षण, बधाई हो भारत.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया, "ये बहुत ही असाधारण उपलब्धि है. चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण के लिए ISRO और प्रतिभाशाली वैज्ञानिकों एवं इंजीनियरों को बधाई. अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए भारत की प्रतिबद्धता वास्तव में प्रेरणादायक है और यह मिशन निस्संदेह नई खोजों और प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगा."
इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने बताया कि एलवीएम 3-एम4 रॉकेट ने चंद्रयान 3 को सटीक कक्षा में स्थापित कर दिया है. चंद्रयान 3 ने चांद की ओर अपनी यात्रा शुरू कर दी है.
चंद्रयान 3 कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया जा चुका है. मिशन डायरेक्टर एस मोहन कुमार ने ये जानकारी दी है. इसके साथ ही सतीश धवन सेंटर में जश्न शुरू हो गया.
चंद्रयान 3 का लॉन्च तीसरे और अंतिम चरण में पहुंच गया है. अब क्रॉयोजनिक इंजन स्टार्ट हो चुका है और चंद्रयान को लेकर आगे की ओर बढ़ रहा है.
चंद्रयान 3 के लॉन्च होने के बाद बूस्टर और पेलोड को रॉकेट से अलग कर दिया गया है.
चंद्रमा की सतह पर अपनी छाप छोड़ने के लिए इसरो का मून मिशन चंद्रयान 3 अंतरिक्ष के लिए रवाना हो चुका है.
सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में लॉन्चिंग के लिए पूरी तैयारी हो चुकी है. चंद्रयान-3 को लॉन्चिंग की सफलता के लिए देश में लोग प्रार्थना भी कर रहे हैं.
लॉन्च देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग श्रीहरिकोटा पहुंचे हैं.
चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग देखने के लिए केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में पहुंचे हैं.
अंतिम परीक्षण समाप्त हो गया है. कमांड सेंटर में पूर्व इसरो प्रमुख डॉ. शिवन और मौजूदा इसरो प्रमुख एस सोमनाथ समेत तमाम अंतरिक्ष वैज्ञानिक मौजूद हैं.
भारत के मून मिशन चंद्रयान-3 को लॉन्च होने में बस कुछ ही मिनट बाकी हैं. कुछ ही देर में 2.35 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इसे अंतरिक्ष में भेजा जाएगा.
इसरो के पूर्व चीफ माधवन नायर ने कहा, इंसानी रूप से जो कुछ भी संभव था, वो किया जा चुका है. मुझे ऐसा कोई कारण नहीं नजर आता कि मिशन चंद्रयान-3 फेल हो.
चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण (लॉन्च) को देखने के लिए 200 से अधिक स्कूली छात्र आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र पहुंचे हैं. एक छात्रा ने कहा, मैं बहुत उत्साहित हूं. मैं कल्पना चावला की तरह अंतरिक्ष यात्री बनना चाहती हूं.
इसरो ने चंद्रयान 2 की तरह ही चंद्रयान 3 के लैंडर को विक्रम और रोवर को प्रज्ञान नाम दिया है. चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग के बाद इसरो का सबसे पहला मकसद लैंडर की चांद की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग कराना होगा.
इसरो के महत्वाकांक्षी चंद्रयान 3 प्रोजेक्ट को एलवीएम3एम4 रॉकेट के जरिए पूरा किया जाएगा, जिसे जीएसएलवीएमके3 भी कहा जाता था. इसरो में इस रॉकेट को 'फैट बॉय' भी कहा जाता है. दरअसल, इस रॉकेट का ये नामकरण भारी उपकरण ले जाने की क्षमता की वजह से हुआ है.
पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, जहां तक भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र का सवाल है, 14 जुलाई, 2023 हमेशा सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगा. हमारा तीसरा चंद्र मिशन, चंद्रयान-3, अपनी यात्रा पर निकलेगा. यह उल्लेखनीय मिशन हमारे राष्ट्र की आशाओं और सपनों को आगे बढ़ाएगा.
चंद्रयान-3 में गोदरेज एयरोस्पेस का भी महत्वपूर्ण योगदान है. चंद्रयान-3 को ले जाने वाले रॉकेट के दूसरे चरण के दो इंजन गोदरेज एयरोस्पेस ने बनाए हैं. गोदरेज एयरोस्पेस के एसोसिएट वाइस प्रेसीडेंट और बिजनेस हेड मानेक बहरामकामदिन ने बताया, "चंद्रयान 3 एक बहुत ही प्रतिष्ठित मिशन है, गोदरेज ने दो इंजनों के लिए हार्डवेयर में योगदान दिया है, जो दूसरे चरण के इंजन हैं." उन्होंने आगे कहा, अगर हमारी समझ सही है, तो मिशन (चंद्रयान-3) का लगभग 80-90 प्रतिशत हिस्सा स्वदेशी है. यह इसरो के हमारे संस्थापकों और मेहनती वैज्ञानिकों को श्रद्धांजलि है.
इसरो ने बताया कि श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग का काउंटडाउन जारी है. एल110 चरण (लिक्विड इंजन) में ईंधन भरने का काम पूरा हो गया है. सी25 चरण (क्रॉयोजनिक इंजन) में ईंधन भरना शुरू हो रहा है.
क्रॉयोजनिक इंजन स्टार्ट होने के बाद रॉकेट की रफ्तार 36,968 किमी प्रति घंटे हो जाएगी. लॉन्चिंग के 16 मिनट बाद ये पृथ्वी की कक्षा में स्थापित हो जाएगा और धीरे-धीरे अपना ऑर्बिट बढ़ाकर चांद की कक्षा में प्रवेश करेगा.
दोपहर 2.35 बजे जब रॉकेट बूस्टर को लॉन्च किया जाएगा तो इसकी शुरुआती रफ्तार 1627 किमी प्रति घंटा होगी. लॉन्च के 108 सेकंड बाद 45 किमी की ऊंचाई पर इसका लिक्विड इंजन स्टार्ट होगा और रॉकेट की रफ्तार 6437 किमी प्रति घंटा हो जाएगी. आसमान में 62 किमी की ऊंचाई पर पहुंचने पर दोनों बूस्टर रॉकेट से अलग हो जाएंगे और रॉकेट की रफ्तार 7 हजार किमी प्रति घंटा पहुंच जाएगी.
इस मिशन का पहला टारगेट चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग है. दूसरा टारगेट रोवर का चंद्रमा की सतह पर चहलकदमी करना और तीसरा रोवर से जुटाई जानकारी के आधार पर चंद्रमा के रहस्यों से पर्दा उठाना है.
चंद्रयान-3 धरती से चांद की 3.84 लाख किमी की दूरी 40 दिनों में तय करेगा. लॉन्चिंग के बाद रॉकेट इसे पृथ्वी के बाहरी ऑर्बिट तक ले जाएगा. इस दौरान रॉकेट 36 हजार किमी/घंटे की अधिकतम रफ्तार तक सफर करेगा. इसे पूरा करने में इसे 16 मिनट लगेंगे.
चंद्रयान-2 की तरह ही चंद्रयान-3 में भी लैंडर और रोवर भेजा जाएगा लेकिन इसमें ऑर्बिटर नहीं होगा. ऐसा इसलिए है क्योंकि पिछले मून मिशन का ऑर्बिटर अभी भी अंतरिक्ष में काम कर रहा है.
चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर लैंडिंग 23-24 अगस्त को रखी गई है लेकिन वहां सूर्योदय की स्थिति को देखते हुए इसमें बदलाव हो सकता है. अगर सूर्योदय में देरी होती है तो इसरो लैंडिंग का समय बढ़ाकर इसे सितम्बर में कर सकता है.
इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ ने बताया कि चंद्रयान-3 लॉन्च होने के बाद पृथ्वी की कक्षा में जाएगा फिर इसके बाद धीरे-धीरे चंद्रमा की ओर आगे बढ़ेगा. हम उम्मीद कर रहे हैं कि सब ठीक रहेगा और 23 अगस्त या उसके बाद किसी भी दिन लैंड करेगा.
चंद्रयान 3 शुक्रवार दोपहर 2:35 बजे लॉन्च होने वाला है. हालांकि इसकी लॉन्च विंडो 19 जुलाई तक बढ़ाई गई है.
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