कतर की राजधानी दोहा में इजरायल द्वारा हमास के शीर्ष नेताओं को निशाना बनाने के लिए हवाई हमले किए जाने के एक दिन बाद, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले पर गहरा दुःख और चिंता व्यक्त की. पीएम मोदी ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमाद अल-थानी से बातचीत की और कतर की संप्रभुता के उल्लंघन की कड़ी निंदा की. उन्होंने विवादों को बातचीत और कूटनीति से सुलझाने पर जोर दिया.
पीएम मोदी का संदेश और कतर अमीर से बातचीतप्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा,'मैंने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमाद अल-थानी से बात की और दोहा में हुए हमलों पर गहरी चिंता व्यक्त की. भारत भाईचारे वाले कतर राज्य की संप्रभुता के उल्लंघन की निंदा करता है.' उन्होंने दोहराया कि भारत हमेशा से विवादों को बातचीत और कूटनीति से सुलझाने का पक्षधर रहा है. पीएम मोदी ने कहा, 'हम संवाद और कूटनीति के माध्यम से मुद्दों का समाधान, और तनाव बढ़ने से बचने का समर्थन करते हैं. भारत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए खड़ा है और सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ है.'
हमले में कितना नुकसान?हमास के अनुसार, इस हवाई हमले में कम से कम पांच लोग मारे गए, जिनमें हमास नेताओं के तीन बॉडीगार्ड भी शामिल हैं. हमास राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य सुहैल अल-हिंदी ने बताया कि खलील अल-हैय्या के बेटे हम्माम अल-हैय्या और उनके ऑफिस मैनेजर जहाद लबाद भी हमले में मारे गए.
भारत-कतर रणनीतिक साझेदारी का विकास
पीएम मोदी ने कतर की क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बढ़ाने की कोशिशों की सराहना की. उन्होंने विशेष रूप से गाजा में युद्धविराम और बंदियों की रिहाई के लिए कतर की मध्यस्थता की पहल को स्वीकार किया. इस पर कतर के अमीर ने मोदी का धन्यवाद किया और भारत के साथ एकजुटता जताई. दोनों नेताओं ने भारत-कतर रणनीतिक साझेदारी की स्थिर प्रगति का स्वागत किया और पारस्परिक हित के क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने का संकल्प लिया. उन्होंने भविष्य में भी निकट संवाद बनाए रखने पर सहमति जताई.
भारतीय विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री मोदी के ट्वीट से एक दिन पहले मंगलवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया था, 'हमने दोहा में इजरायल के हमलों की रिपोर्टें देखी हैं. हम इस घटना और क्षेत्रीय सुरक्षा पर इसके प्रभाव को लेकर गहरा चिंतित हैं.'
इजरायल की पुष्टि और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाइजरायल ने दोहा में हमास के वरिष्ठ नेताओं पर हवाई हमले की पुष्टि की. दोहा में हमास राजनीतिक ब्यूरो के कई सदस्य रहते हैं और यह शहर कई बार युद्धविराम बातचीत का स्थल रहा है. कतर ने इस हमले की कड़ी निंदा की और इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया. इस हमले में कतर की आंतरिक सुरक्षा बल का एक सदस्य भी मारा गया और कई अन्य घायल हुए. व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलाइन लीविट ने बताया कि ट्रंप प्रशासन ने कतर को हमले की सूचना दी थी. साथ ही उन्होंने कहा कि ट्रंप ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की, लेकिन कोई कार्रवाई की धमकी नहीं दी गई. लीविट ने यह भी कहा कि ट्रंप इस दुखद घटना को शांति की दिशा में एक अवसर मानते हैं.