गाजा में सीजफायर लागू होने के बाद भी इजराइल डिफेल फोर्स (IDF) लगातार हमास के ठिकानों को खोजकर उसे तबाह करने में जुटी हुई है. इस बीच आईडीएफ ने गाजा पट्टी में हमास की एक बड़ी सुरंग खोजने का दावा किया है, जहां हमास के लेफ्टिनेंट हैदर गोल्डिन का शव रखा था. यह सुरंग अस्पताल, शरणार्थियों के कैंप और स्कूल के नीचे से होकर गुजरती है. हैदर गोल्डिन साल 2014 में इजरायल-गाजा जंग के दौरान मारे गए थे.
'इजरायल के खिलाफ होता था सुरंग का इस्तेमाल'
आईडीएफ ने गुरुवार (20 नवंबर 2025) को एक्स पर उस सुरंग का वीडियो शेयर किया. IDF ने बताया, "यह सुरंग घनी आबादी वाले राफा इलाके के नीचे से, एनआरडब्ल्यूए (फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी) परिसर, मस्जिदों, क्लीनिकों और किंडरगार्टन से होकर गुजरती है. हमास कमांडर इस सुरंग का इस्तेमाल हथियार रखने, हमलों की प्लानिंग करने के लिए करते थे."
IDF ने खोजा 7 किमी लंबा सुरंग
आईडीएफ ने बताया कि यह सुरंग 7 किलोमीटर से ज्यादा लंबी, 25 मीटर गहरी और इसमें 80 कमरे हैं. इस सुरंग का पता स्पेशल याहलोम फाइटर इंजीनियरिंग यूनिट और नेवी कमांडो ने लगाया है. IDF को यहां ऐसे रूम मिले हैं, जिसका इस्तेमाल वरिष्ठ हमास कमांडर कमान पोस्ट के रूप में करते थे. सुरंग में शौचालय और दूसरी सुविधाएं भी मौजूद हैं. इजरायली सेना के अनुसार, यह सुरंग फिलाडेल्फिया कॉरिडोर के पास घने आवासीय क्षेत्र से होकर गुजरी, जो गाजा-मिस्र सीमा तक फैला हुआ है.
सेना को ऐसे कमरे मिले हैं जिनका इस्तेमाल वरिष्ठ हमास कमांडरों की ओर से कमान पोस्ट के रूप में किया जाता था. आईडीएफ ने कहा कि उसने मारवान अल-हम्स को गिरफ्तार किया है. उस पर राफा में व्हाइट क्राउन्ड सुरंग में लेफ्टिनेंट गोल्डिन को दफनाने की जगह जानने का शक था.
गाजा में 500 किलोमीटर का सुरंग नेटवर्क
टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, इजरायली सेना ने पिछले साल गोल्डिन के शव की तलाश में इस क्षेत्र में खोजबीन शुरू की थी, लेकिन उन्हें सटीक स्थान का पता नहीं था. 2014 के गाजा युद्ध के दौरान हमास के बंदूकधारियों की ओर से मारे गए और अगवा किए गए गोल्डिन के शव 11 साल बाद इजराइल वापस लाए गए. हमास ने गाजा में भूमिगत सुरंगों का एक बड़ा नेटवर्क बनाया है. 500 किलोमीटर से भी ज्यादा लंबे इस नेटवर्क को इजरायली सेना ने गाजा मेट्रो नाम दिया है.
इन सुरंगों का इस्तेमाल निर्माण सामग्री, भोजन, दवाइयां, कपड़े, ईंधन को ले जाने के लिए किया जाता रहा है. नेशनल ज्योग्राफिक के अनुसार , हमास ने इनका इस्तेमाल हथियारों की तस्करी के लिए किया था. हमास ने इन सुरंगों का उपयोग उन बंधकों को छिपाने के लिए किया था जिन्हें उसने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले के दौरान पकड़ा था.