Sameer Wankhede Interview: आईआरएस अधिकारी समीर वानखेड़े का नाम शायद ही कोई न जानता हो. अपने अलग-अलग कामों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले समीर वानखेड़े दो साल पहले पूरी मीडिया में तब चर्चा में आए जब उन्होंने मशहूर फिल्म अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया. हालांकि इसके कुछ दिन बाद ही उन पर जबरन वसूली के आरोप भी लगे.


यह मामला अभी कोर्ट में चल रहा है और फिलहाल समीर चेन्नई में कार्यरत हैं. समीर ने अपने करियर से जुड़े कुछ बड़े केस और उनके खुलासों से जुड़ी कुछ अनसुनी कहानी पत्रकार जितेंद्र दीक्षित से शेयर की. जितेंद्र दीक्षित के यूट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने दाऊद के भाई को पकड़ा था.


'मैंने कुछ गलत नहीं किया, भारत मां की सेवा की है'


समीर से जब पूछा गया कि नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में आपने लंबे समय तक काम किया और इस दौरान आपने छोटे नाम से लेकर बड़े नाम तक सबके खिलाफ कार्रवाई की. क्या इसी बहादुरी का नतीजा भुगत रहे हैं. इस सवाल पर समीर ने कहा, “मैं बस न्याय और संविधान का पालन करता आया हूं और आगे भी करता रहूंगा. चाहे मेरा कितना भी तिरस्कार हो या मुझ पर कितने भी आरोप लगें. अगर आप कीचड़ में काम करेंगे तो कपड़ों पर छींटें आएंगे और हाथ भी गंदा होगा. इसका मतलब ये नहीं कि आप अच्छा करना बंद कर दें. मैंने कुछ गलत नहीं किया. भारत मां की सेवा की है.”


बताया क्यों जब्त कर ली थी क्रिकेट विश्वकप की ट्रॉफी


समीर ने एयरपोर्ट पर कस्टम डिपार्टमेंट में तैनाती के दौरान के किस्से भी सुनाए. उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने यहां रहते हुए करीब साढ़े तीन हजार केस में कार्रवाई की. हालांकि मीडिया ने सिर्फ बड़े मामलों पर ही बात की. उन्होंने 2011 में क्रिकेट विश्वकप की ट्रॉफी को जब्त करने के बारे में बताया कि तब मैं वहां तैनात था. जब ट्रॉफी आई थी तो वह गोल्ड की थी और उसके लिए कोई ड्यूटी नहीं दी गई थी. जब आदमी यात्रा करता है तो अपने सामान को ला सकता है, लेकिन ट्रॉफी वोनाफाइड पैकेज की कैटेगरी में थी. इसलिए उस पर 36 प्रतिशत ड्यूटी लगना था. इसे लेकर मंत्रालय से भी कोई आदेश नहीं था. बाद में उसे वापस भेजा गया और ड्यूटी लगने के बाद यहां आने दिया गया.


'मेरे आगे कोई सेलिब्रिटी मायने नहीं रखता, सब बराबर हैं'


समीर कहते हैं कि यहां तैनाती के दौरान कई बड़े नामों पर कार्रवाई भी की. उन्होंने कहा कि "सेलिब्रिटी मेरे लिए कोई मायने नहीं रखते. कानून के आगे सब बराबर हैं. सिविल सर्विसेज देने के बाद मैं नौकरी कर रहा हूं. मैं किसी को खुश करने नहीं आया हूं."


इस तरह पकड़ा था दाऊद के भाई इकबाल कासकर को


समीर ने बताया, "दाऊद के भाई इकबाल कासकर को पकड़ने में काफी मेहनत लगी थी. जब मेरे पास ये फाइल आई तो यह नार्को टेररिज्म से जुड़ा केस था. उसके गुर्गे के पास से 20 किलो से ज्यादा चरस पकड़ा गया था. वो लोग चरस पीओके से लाते थे. इसे पंजाब, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र तक लाकर मुंबई में धार्मिक स्थलों को टारगेट करके वहां बेचा जाता था. इसी केस में लगातार लीड मिलती गई और हम इकबाल कासकर तक पहुंच गए. उसे पकड़ने में उसके गुर्गों ने काफी सूचना दी."


'चिंकू पठान जैसे ड्रग्स माफिया को ऐसे पहुंचाया जेल'


अपने करियर में एक और तस्कर चिंकू पठान के बारे में भी समीर ने खुलासा किया. समीर ने बताया, "हमें पता था कि वह ड्रग्स की फैक्ट्री चलाता है, लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर हर बार भाग जाता था. उसने कई बार पुलिस पर हमला किया था. उसे कई पावरफुल लोगों का सपोर्ट भी मिला था. उसे पकड़ने के लिए बड़े लेवल पर ऑपरेशन चलाना पड़ा था. इसे नवी मुंबई से पकड़ा था. इसके बाद इसकी फैक्ट्री से 12 किलो ड्रग्स रिकवर किया गया था."


'मुझे अदालत पर पूरा भरोसा, न्याय जरूर मिलेगा'


आर्यन खान की गिरफ्तार के बाद जबरन उगाही के आरोपों पर समीर ने बताया, "मैं अदालत का सम्मान करता हूं. न्याय प्रणाली काफी मजबूत है, इसलिए हम जैसे छोटे अफसर बिना डरे काम कर सकते हैं. इस मामले में मैंने कोर्ट में हलफनामा दे रखा है इसलिए इस पर बात नहीं कर सकता. मुझे भरोसा है कि न्याय मिलेगा."


'छत्रपति शिवाजी की जमीन से आता हूं, धमकी से डरने वाला नहीं'


शाहरुख खान की फिल्म जवान में “बेटे को हाथ लगाने से पहले बाप से बात कर” वाले डायलॉग पर समीर कहते हैं, "कई पत्रकारों ने मुझसे ये कहा है कि ये डायलॉग आपसे जुड़ा है. हालांकि मुझे इसकी जानकारी नहीं है. उस केस के दौरान किसी ने मुझसे ऐसा कुछ नहीं कहा था. मैं यही कहना चाहूंगा कि यह भारत की संस्कृति से यह अलग है. यह मुझे रोड साइड भाषा लगी. मैं छत्रपति महाराज की जमीन से आता हूं. हमारे साथ माता भवानी और अंबेडकर का आशीर्वाद है इसलिए ऐसी धमकी मुझे न दें."


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