Fake Currency Racket: दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने नकली नोटों के एक इंटरनेशनल सिंडिकेट में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान माबिया खातून व मुनीष अहमद के तौर पर हुई है. पुलिस ने इनके कब्जे से 1 लाख 97 हजार 500 रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं. सभी नोट 500 रुपये के हैं. दिल्ली पुलिस का दावा है कि आरोपी पिछले दो साल के अंदर चालीस लाख से ज्यादा के नकली नोट दिल्ली में पहुंचा चुके थे. ये नकली नोट बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल के मालदा होते हुए दिल्ली तक पहुंचाए गए हैं.


स्पेशल सेल के डीसीपी (DCP) प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि आरोपियों में माबिया खातून (35) मालदा, पश्चिम बंगाल की और मुनीष अहमद (54) खानपुर, दिल्ली का निवासी है. पुलिस टीम को 7 दिसंबर को इस रैकेट में शामिल लोगों के बारे में इनपुट मिला था, जिसमें बताया गया कि भारत-बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए नकली नोट सप्लाई किए जा रहे हैं. इस रैकेट का एक सदस्य मुनीष अहमद आनंद विहार रेलवे स्टेशन के पास आएगा, जिसके बाद पुलिस टीम ने वहां ट्रैप लगाया. देर रात आरोपी माबिया खातून आई और जैसे ही उसने मुनीष अहमद को एक पैकेट थमाया, तभी पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया गया. 


असली-नकली का फर्क करना मुश्किल


मुनीष के पास से बरामद पैकेट में एक लाख रुपये के नकली नोट और माबिया खातून से मिले पैकेट में 97,500 रुपये के नकली नोट बरामद किए गए. पुलिस का कहना है कि बरामद नकली नोट बेहद फाइन क्वालिटी के हैं. उनमें असली-नकली का फर्क करना मुश्किल है. पुलिस का दावा है कि माबिया खातून ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने नकली नोटों की खेप मालदा वेस्ट बंगाल में एक शख्स से ली थी. उस खेप को डिलीवर करने के लिए वो दिल्ली में मुनीष अहमद के पास आई थी. 


40 लाख के नकली नोट ला चुकी थी भारत


माबिया खातून ने ये भी खुलासा किया कि बीते दो साल में वो 40 लाख के नकली नोट की 10 खेप मुनीष अहमद को सप्लाई कर चुकी थी. वहीं मुनीष अहमद ने पुलिस को बताया कि वो दिल्ली एनसीआर में इन नोटों की सप्लाई करता था. पांच साल से वह इस धंधे में लिप्त था. उस पर 4 अपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से तीन नकली नोटों की सप्लाई से जुड़े हैं. साल 2015 में वो अपने दो साथियों के साथ रोहिणी में अरेस्ट भी हो चुका है, तब उसके पास से 52 हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए गए थे. तीन साल बाद उसे क्राइम ब्रांच ने और साल 2020 में वो कोटला मुबारकपुर से दो साथियों के साथ गिरफ्तार हुआ था. इसके अलावा मुनीष के खिलाफ एक्सटॉर्शन का केस भी दर्ज है.


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